विप्लव गुप्ता,पेंड्रा। छत्तीसगढ़ के मरवाही विधानसभा उपचुनाव के बीच अपहरण का निकला जिन्न शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज गुप्ता के बेटे मोहनीश गुप्ता के ऊपर गुरुवार को आदिवासी महिला का अपहरण करने का आरोप लगा था, लेकिन महिला ने आज उसके साथ प्रेम संबंध होने और अपनी मर्जी से भागने का बयान दिया है. जिसके बाद मामले में राजनीति होने लगी है. इस पर बीजेपी के वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है, उनका कहना है कि कांग्रेस ने महिला पर दबाव डालकर बयान बदलवाया है.

दरअसल बीजेपी के वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय आज आदिवासी परिवार से मिलने पहुंचे, जहां उन्होंने महिला के परिजनों से मुलाकात की और उनकी पूरी व्यथा सुनी. जिसके बाद नंदकुमार साय ने महिला पर दबाव डालकर बयान बदलवाने का आरोप कांग्रेस पर लगाया है. उन्होंने कहा कि चुनाव के दिन में अगर कांग्रेस पार्टी के लोग इस तरह की हरकत करेंगे, ये मुझे घोर आश्चर्य लगा कि एक जनजाति वर्ग के भरे पूरे परिवार को चोट पहुंचाई गई. महिला को बहकाकर अपने कंट्रोल में कर लिया गया. अब वो वही बयान देगी, जो कांग्रेसी कहेंगे.

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नंदकुमार साय ने आगे कहा कि मामला जनजाति वर्ग का है, लेकिन अब महिला उस परिवार की भी नहीं रही, आगे कहां रहेगी यह सोचने वाली बात है. जनजाति वर्ग के लिए यह बहुत बड़ा आघात है कि कांग्रेस के जिला अध्यक्ष का पुत्र चुनाव के बीच इस तरह का आचरण कर रहा है. इससे बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण कोई स्थिति निर्मित नहीं हो सकती है. साय ने पुलिस प्रशासन से इस मामले में जल्द से जल्द ठोस कार्रवाई करने की बात कही है. लेकिन कांग्रेस के आगे महिला कोई आपत्ति नहीं कर रही है. वो महिला जनजाति वर्ग की है और उसके दो बच्चे भी हैं, एक पूरा परिवार है. जनजाति वर्ग के साथ इस तरह का कृत्य होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है.

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कांग्रेस पार्टी जनजाति वर्ग के साथ ऐसा अन्याय करना छोड़े. अब जनजाति वर्ग को भी सोचना पड़ेगा कि क्या कांग्रेस पार्टी इन्हीं कामों के लिए और इन्हीं मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है. सभी अनुसूचित जनजाति समाज को इसे गंभीरता से लेना चाहिए. कांग्रेस लगातार यह संदेश दे रही है कि यही हमारा नेचर है, यही हमारी प्रकृति है, हम इससे बाज नहीं आएंगे. अब इसके प्रमाण की जरूरत नहीं है. इस आदिवासी परिवार को जिस तरह से तोड़ा गया, यह उदाहरण सबके सामने है.