रिपब्लिकन पार्टी और डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच इस चुनाव में सीधा मुकाबला है। डेमोक्रेट कोरोना से निपटने में ट्रंप को नाकाम बता रहे हैंं वहीं डोनाल्ड ट्रंप चीनी वायरस के बहाने विरोधियों पर निशाना साध रहे हैं। खास बात ये है कि पिछली बार की तरह इस बार भी ट्रंप सर्वे में पीछे हैं लेकिन वह चुनाव जीतने का दावा कर रहे हैं। अमेरिकी चुनाव में पहली बार भारतीय मूल के वोटर बड़ी ताकत बनकर उभरे हैं। इनकी संख्या कुल अमेरिकी आबादी के एक प्रतिशत से ज्यादा है।
भारतीय वोटरों पर सबकी नजरें टिकी हैं। गौरतलब है कि अमेरिका में 24 करोड़ मतदाता हैं। अर्ली वोटिंग में अब तक 7.5 करोड़ से अधिक वोट डाले जा चुके हैं। चुनावी विशेषज्ञ कहते हैं कि इस चुनाव में भी पिछली बार की तरह साइलेंट वोटर ही किंगमेकर होंगे। अब देखना है कि अमेरिका का मतदाता ट्रंप या बिडेन में से किस पर दांव लगाता है।