नया रायपुर. भारी तनाव के बीच ग्रामीणों की गिरफ्तारी के बाद एनआरडीए ने तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरु कर दी है. एनआरडीए का कहना है कि फिलहाल उन घरों को तोड़ा जा रहा है जो खाली पड़े हैं. इससे पहले पुलिस ग्रामीणों को घसीटते हुए सेंट्रल जेल ले गई.

इस मामले में एनआरडीए का कहना है कि जो आरोप ग्रामीण लगा रहे हैं वो गलत है. एनआरडीए के एमडी महादेव कांवडे़ ने कहा कि अभी यहां कुछ ही परिवार बचे हुए हैं जो मकान खाली नहीं कर रहे हैं. इन्हें नया राखी में मकान बनाकर दिया गया. जिन घरों में 10 से ज़्यादा सदस्य हैं उन्हें संचालक मंडल के निर्णय के बाद 600 वर्गफीट का प्लॉट और 3 लाख रुपये अतरिक्त दिये गए हैं.

जबकि जिन परिवारों में 20 से ज़्यादा सदस्य हैं उन्हें अतरिक्त 6 लाख रुपये और 1200 फीट का प्लॉट दिया गया है. कांवडे़ का कहना है कि इन्हें बीएसयूपी के मकान भी दिए गये थे. कांवडे़ का कहना है कि कार्रवाई से पहले सभी घरवालों से वन टू वन बात की गई थी. अभी केवल 5 से 7 परिवार ही हैं जिन्होंने मकान खाली नहीं किया है बाकि सबने खाली कर दिया है.

उधर संघर्ष समिति ने एनआरडीए के दावों को गलत बताते हुए कहा कि एनआरडीए ने जो बड़े परिवारों को दिया वो नाकाफी था. उससे परिवार के रहने की ज़रुरतों को पूरा कर पाना मुमकिन नहीं है. हालात अभी भी तनावपूर्ण है .