बिलासपुर. किसान इंडिया बायोटेक के नाम पर प्रदेश समेत अन्य राज्यों के सैकड़ों किसानों से ठगी करने वाले एक गिरोह का खुलासा बिलासपुर पुलिस ने किया है.

बिलासपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल के मुताबिक किसानों को फलदार वृक्ष के बीज के नाम पर ठगी की जाती थी. ये गिरोह किसानों को आर्गेनिक खाद्य का डिलरशीप देने के नाम पर भी ठगी करती थी. जिसकी शिकायत पुलिस को किसानों से लगातार मिल रही थी, जिसके बाद एक स्पेशल टीम गठित कर ‘ऑपरेशन किसान’l चलाया, जिसकी सफलता के बाद 3 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 2.50 लाख रुपए जब्त किए है.

आरोपियों के पास से बिलासपुर पुलिस को कई बैंक अकाउंट के पासबुक, एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन, किसान इंडिया बायोटेक की पर्ची, रसायनिक खाद्य समेत अन्य कई चीजे बरामद की है.

यहां के किसान सबसे ज्यादा हुए ठगी का शिकार

इस गिरोह की चपेट में सबसे ज्यादा रायगढ़, बिलासपुर, जांजगीर, मध्यप्रदेश के सागर, दमोह, बैतूल, देवास, छिंदवाड़ा के अलावा पंजाब, ओड़िशा और बिहार के भी सैकड़ों किसान इस गिरोह के शिकार हुए है.

उत्तर प्रदेश के हैं तीनो आरोपी

बिलासपुर एसपी के मुताबिक जिन तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उसमें तीनों आरोपी उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं लेकिन फिलहाल इन्हें राजनांदगांव से गिरफ्तार किया गया है. इसमें शक्ति सिंह पिता सतीश सिंह, प्रदीश शर्मा पिता घनश्याम शर्मा और कृष्णमोहन पांडे पिता सीताराम पांडे. पुलिस इन तीनों आरोपियों के अलावा भी गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है.

ऐसे देते थे किसानों को झांसा

इस गिरोह के सदस्य किसानों के खेत में जा-जाकर फलदार वृक्षों के बारे में जानकारी एवं पौधे देकर अपने विश्वास में किसानों को लेते थे. इसके बाद किसानों को इंडिया बायोटेक के नाम पर जोड़कर आर्गेनिक खाद्य की डिलरशीप देने के नाम पर 50 हजार रुपए से 10 लाख रुपए तक की ठगी करते थे. ये रकम गिरोह चेक के माध्यम से लेते थे. किसानों को ये गिरोह झांसा देता था कि यदि वे प्रतिमाह 1 लाख रुपए इनवेस्टमेंट करेंगे तो उन्हें हर माह 10 हजार रुपए कमाने का झांसा देते थे.

पुलिस के इन अधिकारियों की भूमिका रही अहम

मामले को सुलझाने वाली टीम को बिलासपुर आईजी दिपांशु काबरा और पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल द्वारा नगद इनाम देने की घोषणा की है. टीम में थाना प्रभारी सनिप रात्रे, कलीम खान साइबर सेल प्रभारी, प्रभाकर तिवारी, अवधेश सिंह, विकास राम, धर्मेन्द साहू, नविन एक्का, तदबीर सिंह, विकास यादव और संतोष यादव की सराहनीय भूमिका रही.

बिलासपुर की रहने वाली प्रतिभा ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट

मामले की जानकारी देते हुए बिलासपुर एसपी ने बताया कि बिलासपुर के गांधीनगर निवासी प्रतिभा मिश्रा से करीब 3 लाख रुपए ठगी की थी. जिसके बाद पीड़िता ने सिविल लाइन थाने में पूरा मामले की शिकायत की थी. जिसे बाद ही ये ऑपरेशन चलाया गया था.