वैभव बेमेतरिहा, रायपुर। केन्द्रीय कृषि कानून के विरोध में किसानों के आंदोलन और उनके भारत बंद को समर्थन दिये जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों पर निशाना साधा है। रमन सिंह ने कहा कि यूपीए में शामिल राजनीतिक दलों ने कृषि कानून का समर्थन किया था। यूपीए ने अपने घोषणा-पत्र में इसे शामिल किया था, कांग्रेस सहित कई दल किसानों के कंधे पर रख बंदूक चला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यूपीए ने 2019 के लोकसभा चुनाव के घोषणा-पत्र में कृषि सुधार कानून की बात कही थी। कांग्रेस आज भ्रम फैलाने का काम कर रही है। कांग्रेस के वेबसाइट में सारी बात मौजूद है। कांग्रेस ने घोषणा-पत्र में स्पष्ट कहा था कि कानून को लागू करेंगे। शरद पवार ने कृषि मंत्री रहते 2010-11 में राज्यों को पत्र लिखकर कहा था कि बाहर किसान अपना उत्पादन बेच सके ऐसी व्यवस्था करें।
इसके लिए उन्होंने एपीएमसी एक्ट लागू करना कहा था।
रमन सिंह ने आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की भी इसमें दोहरा चरित्र दिख रहा है 23 नवंबर में उन्होंने इसे दिल्ली में लागू किया। अकाली दल भी बिल के पास होते तक चुप बैठे रहे, अब वे अलग सुर अलाप रहे हैं। कृषि कानून में कहीं कोई दिक्कत नहीं है। इस कानून के आने से कहीं भी मंडी बंद नहीं होगी और ना ही एमएसपी खत्म होगी। यह कानून किसानों के हक में है। कांग्रेस आज देश में अस्तित्व बचाने के लिये लड़ रही है, इसलिए किसानों का सहारा लेकर राजनिति कर रही।
राहुल क्या समझेंगे किसानों की पीड़ा ?
रमन सिंह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि आलू से जो सोना उगाने की बात कहते हैं, वो किसानों की पीड़ा क्या समझेंगे ?