चंद्रकांत देवांगन, दुर्ग। राज्यसभा सांसद सरोज पांडे ने कृषि कानून को लेकर कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि देश के अन्नदाता का यह स्वभाव नहीं है कि वो कानून को वापस लेने के लिए आंदोलन का समर्थन करे और न ही देश के टुकड़े करने वाले नारों के समर्थन में खड़ा दिखे. यह सब विपक्षी पार्टियों की साजिश की तरफ इशारा करती है जो कि इस बिल को लेकर भ्रम फैला रहे हैं.
किसानों का आंदोलन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. वहीं सरकार और किसान के संगठन के बीच बैठकों में भी कोई सुलह होती नहीं दिख रही. इन्ही बातों को लेकर राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने प्रेस कांफ्रेंस लेकर बिल को लेकर संशय को खत्म करने का प्रयास किया. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जब संसद में कृषि बिल पर चर्चा हो रही थी, उस समय कांग्रेस पार्टी ने सदन का बहिष्कार कर दिया था, और लोकसभा और राज्यसभा में बिल पारित होने और राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद कानून बनने तक पूरे देश में किसान शांत रहे.
उन्होंने कहा कि सदन में चर्चा और बहस के बाद कृषि कानून बनाया गया, जिसका पूरे देश में स्वागत भी किया गया. कानून बनने के काफी समय बाद अचानक कृषि कानून का विरोध शुरू होना सोची-समझी साजिश का हिस्सा है. उन्होंने यह भी बताया कि कृषि कानून का विरोध केवल पंजाब के किसानों द्वारा हो रहा है, जहां कांग्रेस की सरकार है. मोदी सरकार में देश के अन्नदाताओं के हितों के लिए कानून बनाया गया है. जिन विषयों को लेकर आंदोलन चल रहा है, उन सभी भ्रांतियों को सरकार ने दूर करने का प्रयास भी किया है.