रायपुर। छत्तीसगढ़ विधासनभा में बुधवार को कार्यवाही के दौरान कई सवाल उठाए गए, लेकिन एक सवाल ऐसा था, जिसके जवाब ने सबको हैरान कर दिया. ये सवाल प्रदेश में साल भर में हुए सड़क हादसे को लेकर था. राज्य में पिछले 11 महीने में 4 हजार 17 लोगों की सड़क हादसे में जान गई है. जबकि 9 हजार 409 लोग घायल हुए हैं. अब आप अंदाजा लगाइये कि कोरोना काल में करीब 6 महीने तक लॉकडाउन होने के बावजूद इतने लोगों की मौत हुई है, तो नार्मल समय में क्या स्थिति होती होगी ?
कांग्रेस के रायपुर ग्रामीण से विधायक सत्यनारायण शर्मा के एक सवाल के लिखित जवाब में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया कि प्रदेश में 1 जनवरी 2020 से 30 नवंबर 2020 तक सड़क हादसों में 4 हजार 17 लोगों की मौत हुई है. वहीं 9 हजार 409 लोग घायल हुए हैं. सड़क दुर्घटनाओं की समीक्षा समय-समय पर पुलिस विभाग ने जिला, रेंज और पुलिस मुख्यालय स्तर पर की जाती है. समीक्षा के अनुसार सड़क दुर्घटनाओं के मुख्य कारण वाहन चालकों द्वारा तेजगति, लापरवाही पूर्वक वाहन चलाना और यातायात नियमों का उल्लंघन करना पाया गया है.
सड़क हादसों में सबसे ज्यादा प्रकरण राजधानी से है. रायपुर में 1 हजार 598 सड़क हादसों में 437 लोगों की मौत और 1186 लोग घायल हुए हैं. दूसरे नंबर पर बलौदाबाजार है, जहां 522 सड़क हादसों में 175 की मौत और 548 लोग घायल हुए हैं. महासमुंद में 385 सड़क हादसों में 198 की मौत और 310 लोग घायल हुए हैं. इसी तरह दुर्ग जिले में 651 सड़क हादसे में 171 लोगों की मौत औऱ 712 लोग घायल हुए है.
इसे भी पढ़ें- ….जब सदन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की इस पहल पर बीजेपी विधायकों ने थपथपाई मेज़