भारत ने ब्रिस्बेन के गाबा में खेले गए बॉर्डर गावस्कर ट्राफी के चौथे टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया को तीन विकेट से मात देकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली है.

भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में 294 रनों पर ऑल आउट करने का काम किया. टीम इंडिया के सामने येमीटेस्ट मैच और सीरीज जीत के लिए 328 रनों का टारगेट है. ये मैच जीतकर टीम इंडिया ने इतिहास रच लिया है.

आपको बता दें कि इससे पहले भारत की पहली पारी 336 रनों पर सिमट गई थी. अभी तक भारत ने दूसरी पारी में 175 रन पार कर गया है.

पांच दिन तक चले दिलचस्प मैच में भारत की ओर से कई खिलाड़ियों ने ऐसा खेल दिखाया, जिन्होंने मैच के रुख को पूरी तरह से बदल दिया.

ऋषभ पंत की तूफानी पारी

दूसरी पारी में जब ऑस्ट्रेलियाई टीम के द्वारा दिए लक्ष्य का पीछा चल रहा था, तब भारत के सामने ड्रॉ और जीत के बीच किसी एक को चुनने की चुनौती थी. ऋषभ पंत जब बल्लेबाजी करने आए तब उन्होंने अपने ही अंदाज में क्रिकेट खेला और नामुमकिन को मुमकिन कर दिया. पंत ने 138 गेंद में धुआंधार 89 रनों की पारी खेली और अकेले दम पर टीम इंडिया को जीत के पार पहुंचा दिया.

पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया को 400 से नीचे समेटा

भारत के लिए ये मैच मुश्किल इसलिए था क्योंकि कोई भी सीनियर बॉलर नहीं खेल रहा था. मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, टी. नटराजन, वाशिंगटन सुंदर जैसे बॉलर्स ने कंगारुओं को 400 रनों के नीचे समेट दिया और सिर्फ 369 पर ऑल आउट किया. पहली पारी में शार्दुल ठाकुर, टी. नटराजन और वाशिंगटन सुंदर ने 3-3 विकेट लिए.

युवा जोड़ी ने कंगारुओं को किया बेहाल

भारतीय टीम जब पहली पारी में बल्लेबाजी करने उतरी तो कंगारुओं ने कड़ी चुनौती दी. जब ऊपरी बल्लेबाज जल्द आउट हुए तो वाशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर की जोड़ी ने कमाल कर दिया. दोनों युवा खिलाड़ी जो मुख्य रूप से बॉलर हैं उन्होंने ऐसा खेल दिखाया कि पूरा देश जोश में आ गया. वाशिंगटन सुंदर ने 62 रन बनाए और शार्दुल ठाकुर ने 67 रन बनाए. इन्हीं दोनों के कारण भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई टीम की लीड को 30 रन के आस-पास समेट दिया.