वाराणसी। देशव्‍यापी कोरोना वैक्‍सीनेशन को लेकर चल रहे अभियान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वर्चुअल कॉन्फेंसिंग के जरिए लोगों से बातचीत की है। दोपहर 1:15 बजे टीकाकरण सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के तीन केंद्रों पर छह लोगों से वर्चुअल संवाद किया। इनमें महिला अस्पताल में मैट्रन पुष्पा देवी और वैक्सिनेटर रानी कुंवर श्रीवास्तव, जिला अस्पताल में सीएमएस डॉ. वी शुक्ला, एसएलटी रमेश चंद्र, सफाई कर्मी अप्सरी बेगम, सीएचसी हाथी पर एएनएम श्रृंखला चौहान वर्चुअल संवाद में शामिल रहे.

वर्चुअल कॉन्फेंसिंग में पीएम ने कहा कि दुनिया में सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम हमारे देश में चल रहा है। राष्ट्र के पास आज अपने स्वयं के टीके का निर्माण करने की इच्छाशक्ति है-एक नहीं बल्कि दो मेड इन इंडिया टीके उपलब्‍ध हैं। भारत इस मामले में पूरी तरह आत्मनिर्भर है। पीएम ने फ्रंट लाइन वर्कर्स की सेवा और संघर्ष के बीच सभी स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों को आधुनिक ऋषि का नाम देकर उनका मान भी बढ़ाया। उन्होंने कहा कि 2021 की शुरुआत बहुत ही शुभ संकल्पों से हुई है और काशी के बारे में तो ये कहते है कि काशी के स्पर्श से ही शुभता सिद्धि में बदल जाती है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई भी वैक्सीन की एक पूरी वैज्ञानिक प्रक्रिया होती है। पूरी जांच-पड़ताल के बाद और वैज्ञानिकों की मंजूरी के बाद ही वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया गया है और सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाना तय किया गया। पहले चरण में वाराणसी में करीब-करीब 20,000 से ज्यादा हेल्थ प्रोफेशनल्स को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके 15 टीकाकरण केंद्र बनाए गए है। मैं इस पूरे अभियान के लिए सभी डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टॉफ का अभिनंदन करता हूं। आज दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम दुनिया में चल रहा है। इसके पहले दो चरणों में 30 करोड़ देशवासियों के टीका लगाया जा रहा है। आज देश में ऐसी इच्छाशक्ति है कि देश खुद अपनी वैक्सीन बना रहा है.

हर हर महादेव के संबोधन के साथ पीएम ने कहा कि आप सबका अभिनंदन करता हूं, ऐसे समय में आपके बीच होना चाहिए था, मगर कुछ ऐसे हालात बन गए है कि वर्चुअली मिलना पड़ रहा है। कोरोना वायरस की तैयारियों और अमलीजामा पहनाने के लिए चल रही तैयारियों का जायजा लेने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसके बाद पीएम ने महिला अस्पताल की मैट्रन पुष्‍पा देवी से बातचीत की। बातचीत के दौरान डॉ. वी. शुक्ला ने बताया कि टीके को लेकर सभी उत्साहित है। हमें गर्व है कि भारत ने स्वदेशी कोविड वैक्सीन बनाने में विकसित देशों को भी पीछे छोड़ दिया है। वरिष्ठ लैब तकनीशियन रमेश चंद्र राय ने बताया कि पहले चरण में वैक्सीन मिलने से व गौरवान्वित है और कहा कि लोग उत्साह से अस्पतालों में टीका लगवा रहे हैं.