हेमंत शर्मा, रायपुर। दुर्ग जिले के पाटन विधानसभा क्षेत्र स्थित खुड़मुड़ा में एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या के मामले में 1 महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं। प्रदेश के सबसे हाईप्रोफाइल क्षेत्र में हुए हत्याकांड की गुत्थी पुलिस किस तरह सुलझा रही है, उसे बताने से पहले आपको एक चुटकुला सुनाते हैं।

एक बार एक प्रतिस्पर्धा आयोजित की गई। जिसमें जंगल से शेर पकड़ कर लाना था। कई देशों की पुलिस शेर पकड़ कर ला लेती है लेकिन एक देश की पुलिस जब कई दिन तक नहीं लौटती तो सभी उसे खोजने जंगल पहुंचते हैं और वहां देखते हैं कि उस देश की पुलिस एक सियार को पीट-पीटकर कहती है कि कबूल कर तू ही शेर है.. कबूल कर तू ही शेर है।

ऐसा ही कुछ खुड़मुड़ा मामले में भी देखने को मिल रहा है। जहां अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में लगी पुलिस परिवार के ही लोगों को ही अब प्रताड़ित करने में लगी है। और उन्हें कह रही है कि तुम जुल्म कुबूल करो। यह बात वे कह रहे हैं जो पुलिस की प्रताड़ना से पीड़ित हैं।

गांव के कई लोगों के बाद अब मृतक बालाराम सोनकर के बड़े बेटे सोमनाथ सोनकर, उसकी पत्नी लता बाई और बेटा संजय ने पुलिस के ऊपर मारपीट करने का आरोप लगाया है। पीड़ितों ने पुलिस की पिटाई के बाद शरीर पर लगे जख्म दिखाते हुए आरोप लगाया कि उन्हें कुम्हारी थाना ले जाया गया फिर अम्लेश्वर थाना। थाना में पुलिस अधिकारियों ने उनके साथ जमकर मारपीट की औऱ उन पर हत्या का अपराध कबूल करने का दबाव बना रहे थे।

वीडियो में सुनिये क्या कह रहा है पीड़ित परिवार  …

[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=qlfeaNWbOZM[/embedyt]