एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने राजस्थान दौसा में तैनात पूर्व पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है. उनकी गिरफ्तारी की वजह एक कंपनी से जबरन पैसा वसूली बताया जा रहा है. उनके साथ ही एक और शख्स को गिरफ्तार किया गया है. जिसे दलाल बताया जा रहा है.

13 जनवरी को जयपुर एसीबी ने दौसा जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो एसडीएम ट्रैप हुए थे. वहीं आईपीएस मनीष अग्रवाल के दलाल नीरज मीणा को भी गिरफ्तार किया था.

नीरज मीणा दौसा के तत्कालीन एसपी मनीष अग्रवाल के नाम से एक्सप्रेसवे निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों से रिश्वत की डिमांड करता था.  दलाल की ओर से 4 लाख रुपए प्रति माह की बंधी और कंपनी के प्रतिनिधियों के खिलाफ दर्ज होने वाले मुकदमों को रफा-दफा करने के एवज में 10 लाख रुपए मांगे जाते थे.

ऐसे में 7 माह की बंधी के 28 लाख और एक केस को रफा-दफा करने के 10 लाख यानी कुल 38 लाख रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी. जिसकी पूरी जांच और बयान लेने के बाद आईपीएस की गिरफ्तारी की गई है.