सुप्रिया पांडेय, रायपुर। स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक संघ के प्रांतीय कैलेंडर का विमोचन किया. इस दौरान संघ पदाधिकारियों ने पदोन्नति के साथ हिन्दी माध्यम से सरकारी स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूलों की तरह सुविधाएं देने की मांग की है.

छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ के प्रांतीय अध्यक्ष ने राकेश शर्मा ने कहा कि जितने भी अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुल रहे हैं, राज्य की वित्तीय संपदा उनके इंफ्रास्ट्रक्चर में लग रही है. जहां संपूर्ण सुविधा युक्त पुस्तकालय, खेल के मैदान समेत सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं. उन सुविधाओं का लाभ हिंदी माध्यम के छात्रों को भी मिलना चाहिए. हमारी मांग है कि हिंदी माध्यमों के स्कूलों को ना तोड़ा जाए साथ ही पहली पाली में अंग्रेजी मीडियम के छात्रों की पढ़ाई होनी चाहिए और हिंदी माध्यम के छात्रों की पढ़ाई दूसरी पाली में होना चाहिए. डेढ़ सौ स्कूलों का प्रस्ताव रखा गया है.

प्रांताध्यक्ष ने कहा कि इस संबंध में हमने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री का ध्यान आकृष्ट किया है. इसके अलावा राज्य के सहायक शिक्षकों को तृतीय समयमान वेतनमान देने की मांग की गई है. स्कूल शिक्षा विभाग ने 35000 शिक्षकों के व्यवहार की गणना कराई है. हमारी मांग है कि जल्द ही वित्त विभाग प्रस्ताव पर सहमति दें ताकि राज्य के सहायक शिक्षकों को पदोन्नति मिल सके.

प्रांतीय सचिव कमलेश कुमार शर्मा ने कहा कि शिक्षक और व्याख्याताओं के विकास के लिए अपनी मांगों को सरकार के समक्ष प्रस्तुत किया है, जिसे सरकार ने स्वीकार भी किया है. हमारा मानना है कि शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री हमारी अन्य मांगों को भी स्वीकार करेंगे. बहुत से ऐसे शिक्षक भी है, जो 3 से 8 साल के बाद रिटायर हो जाएंगे वे पदोन्नति की बांट जोह रहे हैं.