सत्यपाल सिंह,रायपुर। राजधानी रायपुर के धान खरीदी केंद्रों में धान का उठाव नहीं होने से नाराज समिति के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. क्योंकि केंद्र में हजारों लाखों टन धान रखा हुआ है, जिसका परिवहन नहीं किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी संघ के बैनर तले रायपुर जिले के 80 प्राथमिक कृषि शाखा सहकारी समितियों में कार्यरत कर्मचारियों ने बूढ़ातालाब धरना स्थल पर धरना दिया है. धान परिवहन नहीं होने, धान ख़रीदी समितियों को शासन से प्राप्त होने वाले प्रासंगिक और सुरक्षा भंडार व्यय में वृद्धि करने समेत 6 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया.

जिलाध्यक्ष विजय कुमार सपहा ने कहा कि 31 जनवरी से धान खरीदी बंद हो गया है. खरीदे गए धान परिवहन के अभाव में समितियों में खुले आसमान के नीचे रखा हुए है. विपणन संघ ने अनुबंध पत्र का पालन नहीं किया है. समितियों के बाहर लिमिट को मनमाने ढंग से उनके द्वारा बढ़ा दिया गया है, जबकि अनुबंध पत्र में बफर लिमिट का निर्धारण जिला सरकारी केंद्रीय बैंक द्वारा करने का प्रावधान है. नियमानुसार 72 घंटे के अंदर धान का परिवहन कराने का प्रावधान है.

इस बार कृषकों से 17 प्रतिशत नमी युक्त धान ख़रीदा गया है. खरीदे गए धान खुले आसमान में रखे होने के कारण और लंबे समय से परिवहन नहीं होने से धान में सुखत आ रही है. इसके साथ ही दिमक और चूहों के द्वारा नुकसान पहुंचाया जा रहा है. इसके बावजूद भी 1% सुखत मान्य किया जाता है. समिति के कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि धान उठाव, प्रासंगिक और सुरक्षा भंडार में भी वृद्धि के संबंध में शासन प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार का निराकरण नहीं करने पर अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें- बड़ी खबर : हाथियों का दल पहुंचा गंगरेल तक, करोड़ों की सामग्रियों को किया तहस-नहस, जवाब देने से बच रहे सीसीएफ और डीएफओ, देखिए वीडियो……