दिल्ली। सरकार ने आननफानन में गाड़ियों के लिए फास्टैग लगवाना अनिवार्य जरूर कर दिया है लेकिन इसमें कई खामियां दिखाई देनी शुरू हो गई हैं।
दरअसल, पुणे के रहने वाले साफ्टवेयर इंजीनियर विनोद जोशी के फोन पर तीन एसएमएस आए। इन एसएमएस में उनके फास्टैग खाते से 310 रुपये कट जाने का मैसेज आया था। इन मैसेज को पढ़कर वो खुद चौंक गए क्योंकि उनकी कार पूरा दिन उनके घर पर ही खड़ी थी। जब उनकी कार घर से ही नहीं निकली तो फिर उनके फास्टैग अकाउंट से रुपये कैसे कट गए। जोशी ने इसकी शिकायत की है और जांच की मांग की है। उनके मुताबिक हो सकता है कि उनके फास्टैग की क्लोनिंग कर ली गई हो।
जोशी ने बताया कि, मेरी कार घर पर खड़ी थी और काफी दिनों से मैं किसी हाइवे या टोल प्लाजा से गुजरा तक नहीं तो ऐसा कैसे हो सकता है। उन्होंने कहाकि मेरे पास सीसीटीवी फुटेज है जिसमें देखा जा सकता है कि कार पूरा दिन घर में ही खड़ी रही। उन्होंने बताया कि सुबह पहले मिले एसएमएस में वाशी टोल प्लाजा से 40 रुपये कटने का मैसेज आया। उसके बाद दूसरा एसएमएस आ गया, जिसमें खालापुर टोल प्लाजा पर 203 रुपये कटने की जानकारी मिली। इसके बाद दोपहर को तीसरा एसएमएस आया। इसमें तालेगांव टोल प्लाजा पर 67 रुपये कटने की जानकारी मिली। इस बारे में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि हम इस मामले की जांच करेंगे।