सुप्रिया पांडे. रायपुर. इस हेडिंग को पढ़कर आपको थोड़ा अजीब जरूर लगा होगा ! 4 बेटियां करती है अज्ञात शवों का अंतिम संस्कार… हां पर ये सच है. रायपुर के मठपुरैना की रहने वाली 3 बहने और एक भाभी मिलकर अज्ञात शवों को कांधा देती हैं और उनका अंतिम संस्कार करते है.

इसे वे सेवा मानते है. क्योंकि उनके माता-पिता ने उन्हें ये सिखाया है कि सेवा जरूरतमंदों की करनी चाहिएं. इसलिए इन बेटियों का मानना है कि अज्ञात शवों से ज्यादा इस दुनिया में जरूरतमंद कौन होगा, जिनके अपनों को भी नहीं पता होगा कि उन्होंने किसी अपने को खो दिया है.

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कौन है ये 4 बेटियां

इन चार बेटियों में से प्रमुख है डॉ निम्मी चौबे. वे अपनी दो बहने डॉ शोभना तिवारी और एकता शर्मा के अलावा अपनी भाभी प्रतिभा चौबे के साथ ये नेक काम करती है. हालांकि उक्त तीन तभी शामिल होते है जब कांधा देने वाले अन्य तीन न मिले. डॉ चौबे बताती है कि अब तक उन्होंने 80 से अधिक अज्ञात शवों का अंतिम संस्कार किया है. वे बताती है कि वे जब 11 वीं में थी तब पिता इस दुनिया से चले गए और मां ने उनका साथ वर्ष 2013 में छोड़ा. वे मानती है कि उनके माता-पिता के संस्कार और आशीर्वाद हमेशा उनके साथ है और वे आगे भी निरंतर ये काम को निस्वार्थ भाव से जारी रखेंगी.