सत्यपाल सिंह,रायपुर। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट की कमान महिला अफसरों के हाथ में थी. विमानों को उतारने से लेकर उनके उड़ान भरने और एयर ट्रैफिक कंट्रोल एटीसी में महिला अधिकारियों की अगुवाई में किया गया. एटीसी राकेश साय ने महिलाओं के कार्यों की सराहना की और कहा कि महिला अफसर अपने दायित्वों में खरी उतरीं हैं. इसके अवाला महिलाओं ने अपना अनुभव साझा किया.

संजुला जायसवाल पिछले 3 सालों से भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के रायपुर हवाई अड्डे पर वायु यातायात नियंत्रण अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं. संजुला जायसवाल कहती हैं कि एयरपोर्ट पर काम रोजाना करते हैं, लेकिन आज सुबह से काम करने का एक अलग ही उत्साह था. आज हमारे काम को सम्मान दिया गया है. इससे बहुत ख़ुशी हुई है. सुबह कार्यालय आते ही बुके से स्वागत किया गया. जो दायित्व दिया गया, उसमें खरा उतरने की भरपूर कोशिश की गई और कोई शिकायत का मौका नहीं दिया.

संजुला आगे कहती हैं कि हमारा मुख्य रूप से काम हवाई जहाज के इंजन चालू होने से लेकर बंद होने तक का है. वैसे तो आसमान में सैकड़ों हवाई जहाज होते हैं. जैसे हम सड़क में एक दूसरे को देखकर चलते हैं, वैसा आसमान में एक दूसरे को देखकर नहीं चल सकते. इसलिए कि किस हवाई जहाज को किधर जाना है, कितनी रफ्तार में चलनी है, कहां लैंडिंग करना यह हम लोग तय करते हैं. आज अपनी ड्यूटी के दौरान लगभग दर्जन भर हवाई जहाज़ उड़ान भरी है और लैंड की हैं. सभी काम सफलतापूर्वक रहा है. इसकी मुझे ख़ुशी है.

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महिला अधिकारी आदिति अरोरा कहतीं हैं कि हमारा काम आपातक़ालीन स्थिति में होता है. आज अपने टीम की अगुवाई में किए गए सभी काम सफल रहे. इसके पीछे हमारा मेहनत और प्रशिक्षण है. जिसने हमें इस काम के क़ाबिल बनाया है. अपनी ज़िम्मेदारी बख़ूबी निभाने में सफल रही. एक अवसर की ज़रूरत है, हर काम ज़िम्मेदारी से कर के दिखाएंगे.

एटीसी राकेश साय ने कहा कि आज सुबह 10 से 12 बजे के बीच में सभी कंट्रोल एटीसी में महिलाओं की ड्यूटी लगाई गई थी. यह जिम्मेदारी देने से पहले सभी महिलाओं को ट्रेनिंग दी गई थी. महिलाएं किसी भी मामले में किसी से कम नहीं है. महिलाएं अपने दायित्वों पर खरी उतरीं हैं. उनका काम अच्छा रहा है. उन्होंने महिलाओं के कार्यों की सराहना की. मैनेंजमेंट में वर्क में जेंडर भेद को मिटाना और कार्यों में एकरूपता लाना हमारा मकसद है.