नई दिल्ली। उत्तराखंड से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आई है. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल बेबीरानी मौर्य से मुलाकात कर सौंपा है. मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मीडिया से कहा कि 4 वर्षों से बीजेपी पार्टी ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया था. यह मेरा स्वर्ण युग था. मैं छोटे से गांव से था. पिता पूर्व सैनिक थे. कभी कल्पना नहीं की थी कि पार्टी मुझे ऐसा सम्मान देगी.

त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पार्टी ने विचार किया और सयुंक्त रूप से यह निर्णय लिया कि मुझे अब किसी और को यह मौका देना चाहिए. इतना मौका मुझे मिला जिसके लिए प्रदेशवासियों का धन्यवाद करना चाहता हूं. विशेषकर महिलाओं और बच्चों के लिए कई योजनाओं पर काम किया. चार साल पार्टी मुझे मौका नहीं देती, तो इन योजनाओं पर काम नहीं कर पाता.

उन्होंने आगे कहा कि अब मुझे जो भी दायित्व मिलेगा उसका निर्वहन करूंगा. राज्यपाल को अपना ज्ञापन सौंपकर आ गया हूं. उन्होंने कहा कि बीजेपी में जो भी फैसले होते हैं, सामूहिक विचार के बाद ही होते हैं. कल पार्टी मुख्यालय पर विधायक दल की बैठक है. उसमें सभी विधायक शामिल रहेंगे. उनसे पूछा गया कि इस्तीफा देने की वजह क्या है ? जिस पर उन्होंने कहा कि यह पार्टी का सामूहिक निर्णय है. इसका बहुत अच्छा जवाब पाने के लिए आपको दिल्ली जाना पड़ेगा.

मुख्यमंत्री के तौर पर उनके इस्तीफे की कवायद के साथ ही नए सीएम को लेकर तैयारी भी शुरू हो गई है. जिसके लिए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह देहरादून के लिए रवाना हो गए हैं. नए सीएम के लिए कल विधायक दल की बैठक बुलाई गई है.

इसे भी पढ़ें- त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे से पहले उत्तराखंड में नए सीएम के लिए शुरू हुई कवायद, छत्तीसगढ़ से रमन सिंह हुए रवाना

उत्तराखंड विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या 70 है. जबकि भाजपा के पास 56 विधायक हैं, वहीं कांग्रेस के पास 11 और 2 विधायक निर्दलीय हैं. एक सीट अभी खाली हैं. ऐसे में भाजपा को सरकार के मोर्चे पर कोई खतरा नहीं है, लेकिन पार्टी में जारी रार उसके लिए संकट का विषय है.

कौन बनेगा मुख्यमंत्री ?

उत्तराखंड में अगले मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी किसे मिलेगी. इस पद के लिए मंत्री धनसिंह रावत, मंत्री सतपाल महाराज, सांसद अजट भट्ट, सांसद अनिल बलूनी का नाम सुर्खियों में है. इसके अलावा राज्य में जाति के समीकरण को साधने के लिए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के फॉर्मूले को भी अपनाया जा सकता है.

इसे भी पढ़ें- लो जी एक और विकेट गिरा, इस खूबसूरत स्पोर्ट्स एंकर से शादी करेंगे जसप्रीत बुमराह, डेट और जगह हुआ फाइनल, देखें Photos