अरविंद मिश्रा,बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में ग्राम पंचायत के पंच अपने ही सरपंच पर भारी पड़ गए. चार ग्राम पंचायत के सरपंच के खिलाफ पंचों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. जिसमें से दो सरपंच को एसडीएम ने पद से बर्खास्त कर दिया है. जिसके बाद सरपंच संघ आंदोलन के मूड़ में आ गया है. संघ ने बिना जांच के ही कार्रवाई करने की बात कही है.

बलौदाबाजार विकासखंड के चार ग्राम पंचायत में सरपंच के खिलाफ पंचों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाया. जिसमें दो में सुनवाई के बाद ही अधिकारी ने सरपंचों को पदमुक्त कर दिया. इस कार्रवाई से आक्रोशित सरपंच संघ एकजुट होकर अनिश्चित कालीन हड़ताल करने की चेतावनी दी है.

अविश्वास प्रस्ताव के बाद हुई कार्रवाई

एसडीएम महेश सिंग राजपूत ने बताया कि सरंपच संघ का आवेदन नहीं मिला है. पंचों ने हस्ताक्षर के साथ अविश्वास प्रस्ताव दिया था. उसके आधार पर छग पंचायती राज अधिनियम 1993 के तहत कार्रवाई की गई है. अभी तक 4 पंचायतों के पंचों ने अविश्वास प्रस्ताव दिया है. जिसमें से 2 सरंपच को बर्खास्त करने की कार्रवाई हो चुकी है, बाकी दो में प्रकिया जारी है.

मामले की कराई जाए जांच

सरपंचों का कहना है उनके ऊपर लगाए गए सभी आरोप निराधार है. इसकी जांच कराई जाए और सही पाए जाने पर ही कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि कलेक्टर को ज्ञापन देंगे और निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे. यदि जांच नहीं होती है, तो वो धरना प्रदर्शन करेंगे.

कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाने की मांग

ग्राम कोहरौद की सरपंच रंजिता शुक्ला कहना है कि उन पर लगाए गए सारे आरोप झूठे हैं. उन्हें जनता ने चुना है, पंचों ने नहीं, इसलिए इस तरह की कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाई जाए. उन्हें पुनः बहाल किया जाए.

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