आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। नक्सली बस्तर में आदिवासियों के हक की लड़ाई लड़ने का दावा करता है. लेकिन नक्सली आदिवासियों के लिए ही दुश्मन बन गए हैं. दरअसल, नक्सली हमेशा जवानों को अपना दुश्मन मानते हुए उनकी जान लेने तमाम पैंतरे आजमाते हैं, लेकिन उन पैंतरों में कभी निर्दोष आदिवासी तो कभी बेजुबान जानवर भी फंस कर अपनी जान गंवा बैठते हैं. ऐसे हादसों में यदि जान बच भी जाती है, तो जीवन बेहद नारकीय हो जाता है.

ऐसी ही एक घटना बस्तर के दरभा थाना क्षेत्र से सामने आई है. कोलेंग क्षेत्र के चांदामेटा इलाके में जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों ने स्पाइक लगा रखा था. स्पाइक नक्सलियों का वह आसान हथियार है. जिससे वे बड़ी आसानी से जवानों को निशाना बनाते हैं.

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नक्सली दहशत में नहीं गए अस्पताल

इसी स्पाइक में गिरकर कांदानार के पयारभाटा निवासी 50 वर्षीय सुकड़ा मुचाकी घायल हो गया. नक्सलियों की दहशत की वजह से घायल बुजुर्ग व उसके परिजनों ने यह जानकारी पुलिस तक नहीं पहुंचाई और न ही इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे.

मुखबिर से एसपी को मिली जानकारी

मामले की जानकारी मुखबिर की सहायत से बस्तर एसपी दीपक झा को मिली. उन्होंने तत्काल जवानों को पता कर घायल को अस्पताल लाने के निर्देश दिए.

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इलाज के लिए पहुंचाया मेडिकल कॉलेज

घायल बुजुर्ग की गंभीर स्थिति को देखते हुए जवानों ने स्ट्रेचर की सहायता से 10 किमी का पैदल सफर कर उन्हें मुख्य मार्ग तक पहुंचाया, जहां से उन्हें उचित इलाज के लिए डिमरापाल मेडिकल कॉलेज पहुंचा दिया गया है.

परिजनों ने पुलिस को दिया धन्यवाद

डॉक्टरों द्वारा घायल बुजुर्ग का इलाज शुरू कर दिया गया है. वहीं घायल के परिजनों ने बस्तर पुलिस को धन्यवाद भी दिया है.

 

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Posted by Lallu Ram on Wednesday, 17 March 2021

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