मुंबई। आज मुंबई हमले की 9वीं बरसी है. 26 नवंबर 2008 का वो काला दिन भला कौन भूल सकता है. ये एक भयानक आतंकी हमला था, जिसमें 166 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी, वहीं 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. ये आतंकी हमला लश्कर-ए-तैयबा ने किया था.

आतंकियों ने मासूम लोगों के खून से होली खेली थी. आज भी इसके जख्म हरे हैं. 26 नवंबर 2008 को रात करीब पौने 10 बजे आतंकियों ने होटल ताज, मुंबई के प्रमुख रेलवे स्टेशन सीएसएमटी, होटल ट्राइडेंट, लियोपोल्ड कैफे, नरीमन हाउस और सड़क पर चल रहे गाड़ियों का अपना निशाना बनाया था.

इस आतंकी हमले में पाकिस्तान से आए 9 आतंकियों को भारतीय जवानों ने ढेर कर दिया था. एक आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया था. वहीं मुंबई पुलिस के 3 अधिकारियों समेत कई जवान शहीद हो गए थे. आतंकी अजमल कसाब को पुणे की यरवडा जेल में 21 नवंबर 2012 को फांसी दी गई.

लेकिन इस हमले के मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद, डेविड हेडली और जकी-उर-रहमान लखवी अभी भी आजाद घूम रहे हैं और भारत की गिरफ्त से बाहर हैं. एक आतंकी अबु जुंदाल को जरूर भारत गिरफ्तार करने में कामयाब हुआ है. इन्होंने पूरे हमले की साजिश रची थी और पाकिस्तान से इन आतंकियों को निर्देश दे रहे थे.

अगर जकी-उर-रहमान लखवी की बात करें, तो वो NIA की मोस्ट वांटेड लिस्ट में है और मुंबई हमले का मास्टरमाइंड है. ये लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर है और फिलहाल पाकिस्तान में है, लेकिन पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी ISI का पूरा संरक्षण उसे हासिल है.

वहीं डेविड हेडली अमेरिकी नागरिक है. वो भी मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है. ये लश्कर ए तैयबा के अंडरकवर एजेंट के रूप में काम कर रहा था. हेडली ने ही भारत में आकर रेकी की थी. इसे 24 जनवरी 2013 को अमेरिका की संघीय अदालत ने दोषी करार दिया था और 35 साल की सजा सुनाई थी. तब से हेडली अमेरिकी जेल में बंद है.

वहीं सैयद ज़बीउद्दीन उर्फ़ अबु जुंदाल भारतीय नागरिक है. वो इंडियन मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा आतंकी है. 25 जून 2012 को प्रत्यर्पण के जरिए उसे सऊदी अरब से भारत लाया गया है. फिलहाल वो यहां जेल में बंद है. वहीं जुंदाल को 2006 के औरंगबाद हथियार मामले उम्र कैद की सजा मिली है. 

इधर मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद जो आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का मुखिया है, वो पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहा है. हाफिज भी मोस्टवांटेड आतंकी है. अमेरिका ने इस पर एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा है.