नई दिल्ली। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए लोगों के साथ अपने विचार साझा किए. ये ‘मन की बात’ का 38वां संस्करण था. आज संविधान दिवस के मौके पर उन्होंने संविधान निर्माताओं को याद किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज संविधान निर्माताओं को नमन करने का दिन है. उन्होंने कहा कि संविधान का पालन करना हम सबका दायित्व हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि समानता हमारे संविधान की पहचान है. उन्होंने कहा कि नया भारत बनाना हम सबका दायित्व है. पीएम मोदी ने कहा कि नागरिक हों या फिर प्रशासन, देश के संविधान के मुताबिक ही आगे बढ़ें. मोदी ने कहा कि संविधान लोकतंत्र की आत्मा है.

शहीदों को किया याद

आज 26/11 मुंबई हमले की 9वीं बरसी पर पीएम मोदी ने शहीदों को याद किया. उन्होंने कहा कि मुंबई हमले में जान गंवाने वालों को देश कभी नहीं भूलेगा. मोदी ने 26/11 के शहीदों को नमन किया और कहा कि भारत पिछले 40 सालों से आतंकवाद से त्रस्त है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद ने मानवता को ललकारा है और आज पूरा विश्व इससे पीड़ित है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद को पराजित करना होगा और इसके लिए पूरी दुनिया को एकजुट होना पड़ेगा. मोदी ने कहा कि उग्रवाद, आतंकवाद देश की संरचना को कमजोर कर रहे हैं.

भारतीय नौसेना की तारीफ

प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय नौसेना की तारीफ करते हुए कहा कि हमारी नेवी ने मुश्किल समय में दूसरे देशों की मदद की है. उन्होंने कहा कि हमारा देश जवानों को सलाम करता है और भारतीय नौसेना मानवता की मिसाल है. मोदी ने कहा कि भारत का समंदर और महासागरों से गहरा नाता रहा है.

वहीं बाल दिवस के मौके पर बच्चों से मिली चिट्ठियों का भी जिक्र प्रधानमंत्री ने किया. उन्होंने कहा कि बच्चे भी अब देश की समस्याओं को समझने लगे हैं.

पीएम किसानों का जिक्र करना नहीं भूले. उन्होंने कहा कि किसानों ने वैज्ञानिक तकनीक अपनाई. 10 करोड़ से ज्यादा सॉयल हेल्थ कार्ड बने. हालांकि उन्होंने कहा कि यूरिया धरती मां की सेहत खराब कर रहा है. उन्होंने कहा कि हम जो खाते हैं, उसका संबंध मिट्टी से है. उन्होंने उपजाऊ मिट्टी के महत्व पर जोर दिया और कहा कि मिट्टी के बिना मानव जीवन संभव नहीं.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2017 की अच्छी चीजों को याद करें. जीवन की सकारात्मक चीजों को याद करें और शुभ वातावरण में 2018 का स्वागत करें.

पीएम मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने देश को एक सूत्र में बांधा. उन्होंने कहा कि वे किसान पुत्र से लौह पुरुष बने. पीएम ने ये भी कहा कि हमारे दिव्यांग खिलाड़ी किसी से कम नहीं हैं और देश को उन पर गर्व है.