महासमुंद। पिथौरा व्यवहार न्यायालय में कोरोना बम फूटा है. पिथौरा कोर्ट में कार्यरत 5 न्यायालयीन कर्मियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. न्यायालय में हड़कंप मच गया है. कोर्ट को 31 तारीख तक बंद करने का आदेश जारी किया गया है. स्वास्थ्य अमला कोरोना रिपोर्ट आने के बाद ट्रेसिंग के काम में लग गया है.
इसे बी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में कोरोना के बीच डायरिया की एंट्री, 15 मरीजों में 3 की हालत गंभीर…
दरअसल, महासमुंद जिला एवं सत्र न्यायालय के न्यायाधीश ने एक आदेश जारी किया है. उन्होंने लिखा कि पिथौरा व्यवहार न्यायालय में कुछ कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसके मद्देनजर सामान्य कामकाज को दिनांक 23 मार्च से 25 मार्च तक बंद कर दिया था. अब इसे बढ़ाकर 31 मार्च कर दिया गया है.
पक्षकार और वकीलों का प्रवेश न्यायालय में निषेध
उक्त अवधि में किसी भी पक्षकार और वकीलों का प्रवेश न्यायालय में निषेध रहेगा. केवल जरूरी काम किए जाएंगे. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोरोना रिपोर्ट 2 बाबू, 1 टायपिस्ट, 1 चपरासी, 1 वकील की कोरोनो पॉजिटिव रिपोर्ट आई है. न्यायालय से संबंधित पांच लोगों की रिपोर्ट पॉडिटिव है. सभी अपने घर में क्वॉरेंटाइन हो गए हैं.
इसे भी पढ़ें: कोरोना संक्रमण के बीच सावधानी से ड्यूटी करें पुलिसकर्मी: DGP डीएम अवस्थी
कोरोना टेस्ट कराया जा रहा
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोरोना पॉजिटिव आए लोगों के परिवार वालों का भी कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है. कोर्ट के कार्य 3 बजे से 5 बजे तक होंगे. वकील और पक्षकारों का प्रवेश वर्जित है. सिर्फ महत्वपूर्ण कार्य ही होंगे. महासमुंद जिला एवं सत्र न्यायालय के न्यायाधीश ने यह आदेश जारी किया है.
महासमुंद में कोरोना के बढ़ रहे केस
बता दें छत्तीसगढ़ में कोरोना मरीजों की संख्या एक बार फिर से हाई हो गई है. रोजाना 2 हजार के ऊपर केस आ रहे हैं. ऐसे में महासमुंद भी नहीं छूटा नहीं है. यहां भी कोरोना मरीजों की पहचान की जा रही है. महासमुंद में गुरुवार को 45 नए कोरोना केस मिले थे. जबकि जिले में अब तक 153 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है.