नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने IPL 2021 के शुरू होने से पहले एक बड़ा निर्णय लिया है. BCCI ने ये फैसला किया है कि इस साल के IPL में सॉफ्ट सिग्नल (soft signal) नियम को हटा दिया जाएगा. बता दें कि भारत-इंग्लैंड की मौजूदा सीरीज में सॉफ्ट सिग्नल नियम को लेकर काफी बवाल हुआ है.
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 14वां सीजन 9 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है. इसी बीच बीसीसीआई ने फैसला लिया है कि IPL में थर्ड अंपायर के पास फैसला रेफर करने से पहले मैदानी अंपायर सॉफ्ट सिग्नल नहीं दे पाएगा. बता दें कि इससे पहले अगर अंपायर किसी फैसले को लेकर थर्ड अंपायर की तरफ रुख करता था तो उसे पहले सॉफ्ट सिग्नल देना होता था. इतना ही नहीं इस साल आईपीएल में थर्ड अंपायर मैदानी अंपायर के नो-बॉल और शॉर्ट रन के निर्णय को भी बदल सकेगा.
क्या है सॉफ्ट सिग्नल?
दरअसल, जब भी मैदानी अंपायर किसी कैच की सलाह लेने के लिए थर्ड अंपायर का रुख करता है, उसे उस वक्त एक सॉफ्ट सिग्नल लेना होता है. अपना फैसला बताने के बाद मैदानी अंपायर थर्ड अंपायर से यह सुनिश्चित करने को कहता है कि वह गलत नहीं है. थर्ड अंपायर तभी मैदानी अंपायर को गलत ठहरा सकता है, जब उसके पास कोई बहुत क्लियर सबूत हो. लेकिन अब IPL में ऐसा नहीं होगा.
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टी-20 सीरीज में हुआ था विवाद
दरअसल, भारत और इंग्लैंड के बीच T20 सीरीज के चौथे मुकाबले के दौरान सूर्यकुमार यादव का बाउंड्री के पास एक कैच डेविड मलान ने पकड़ा. फैसला तीसरे अंपायर के पास गया, लेकिन उससे पहले मैदानी अंपायर ने सॉफ्ट सिग्नल में उसे आउट दिया. रिप्ले में देखा गया कि गेंद जमीन पर लग रही थी, लेकिन फिर भी थर्ड अंपायर ने बल्लेबाज को आउट दे दिया. इस निर्णय के साथ नियम की आलोचना होने लगी है.
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