बिलासपुर. हड़ताल के दौरान​ एक शिक्षाकर्मी की मौत हो गई है. जिसके बाद शिक्षाकर्मियों में सरकार के खिलाफ काफी रोष व्याप्त है.

मरने वाले शिक्षाकर्मी का नाम भागवत प्रसाद है. जिसकी सोमवार की रात हार्ट अटैक से मौत हो गई. घटना के बाद शिक्षाकर्मी संघ का आरोप है कि सरकार द्वारा जिस तरह से एक के बाद एक ताबदले रद्द किये जा रहे थे उसे देखते हुए भागवत भी मानसिक दवाव में था.

भागवत मूलतः जांजगीर-चाम्पा का रहने वाल था. जो बिलासपुर जिले के मस्तूरी ब्लाक के गोडाडीह प्राथमिक शाला स्कूल में पदस्थ था. कुछ माह पहले भागवत का ट्रांसफर अंबिकापुर से बिलासपुर हुआ था. लेकिन हड़ताल के बाद लगातार हो रही कार्रवाई से वो काफी दवाब में था. उसे इस बात का डर सता रहा था कि उसका भी कहीं ट्रांसफर जिला पंचायत की तरफ से कैंसिल ना कर दिया जाये. इस बात का जिक्र भागवत ने अपने कई हड़ताली साथियों से भी किया था.

शिक्षाकर्मी संघ के प्रांतीय संचालक संजय शर्मा ने बताया कि भागवत का तबादला काफी मुश्किल के बाद अंबिकापुर से मस्तूरी हुआ था. उसे डर था कि कहीं उसका ट्रांसफर कैंसिल ना हो जाये. इसलिए वो बेहद परेशान था. जिसके बाद हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गयी.

गौरतलब है कि साल 2012—13 में भी अपनी विभिन्न मांगो को लेकर शिक्षाकर्मी हड़ताल पर चले गये थे और इस दौरान भी करीब आधा दर्जन से ज्यादा शिक्षाकर्मियों की मौत की बात सामने आये थी.