कोरबा. जीएसटी और वैट रिटर्न जमा करने में रुचि नहीं दिखा रहे करीब 1166 व्यापारियों और ठेकेदारों को कोरबा सेल टैक्स विभाग ने नोटिस थमा दिया है. यही नहीं विभाग ने 7 दिनों की मोहलत देते हुए टैक्स और वैट टैक्स जमा नहीं करने वाले व्यापारियों ठेकेदारों को रजिस्ट्रेशन निरस्त करने की भी चेतावनी दी है.
सेल टैक्स विभाग के इस नोटिस के बाद व्यापारी और ठेकेदारों में हड़कंप मच गया है. व्यापारियों का कहना है कि लगातार जीएसटी को लेकर संशय बरकरार है. इस कारण व्यवसायी जीएसटी और वैट जमा नहीं कर रहे है. व्यापारियों ने सेल टैक्स अधिकारियों से सलाह ले कर जल्द जीएसटी और वैट टैक्स जमा करने की बात भी कही.
दरअसल कोरबा सेल टैक्स विभाग ने संस्थान में पंजीकृत व्यवसाइयों और ठेकेदारों को नोटिस थमा दिया है. यह नोटिस उन व्यवसाइयों और ठेकेदारों को जारी किया गया है. जिन्होंने तीसरा वैट टैक्स के साथ जीएसटी जमा नहीं किया. इसके साथ ही जीएसटी की राशि भी व्यापारी और ठेकेदार जमा करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे है.
सेल टैक्स विभाग सहायक आयुक्त आलोक सिंह अनुसार जीएसटी और वैट की राशि कई लाख रुपए पहुंच चुकी है. ऐसे में व्यापारी और ठेकेदार जीएसटी के साथ टैक्स जमा करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. जबकि वैट टैक्स की राशि हर तीसरे महीने में जमा करनी होती है. ऐसे में सेल टैक्स विभाग ने नोटिस के साथ अल्टीमेटम भी दिया है कि यदि 7 दिनों के भीतर बकाया जमा नहीं की जाती तो व्यापारियों और ठेकेदारों का रजिस्ट्रेशन भी निरस्त हो सकता है.
इधर एक साथ 1166 रजिस्टर्ड व्यापारियों और ठेकेदारों को नोटिस मिलने के बाद हड़कंप मच गया है. हालांकि चेंबर ऑफ कॉमर्स का कहना है कि जीएसटी को लेकर व्यापारी पशोपेश में है. क्योंकि कई वस्तुओं में जीएसटी घटकर 28 से 18 परसेंट कर दी गई है. ऐसे में व्यापारियों के बीच में कंफ्यूजन की स्थिति है जिसके कारण व्यापारियों ने टैक्स जमा नहीं किया है.
हालांकि चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रामसिंह अग्रवाल ने व्यापारियों से अपील की है टैक्स जल्द से जल्द जमा करें और जो भी कंफ्यूजन की स्थिति है. उसे सेल टैक्स के अधिकारियों से सामंजस्य बैठा जल्द दूर करें.