सत्यपाल सिंह,रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी में सबसे अधिक कोरोना संक्रमित केस है. सबसे अधिक मौतें भी यहीं हो रही है. काल बनकर कोरोना लोगों को निगल रहा है. अब कलेक्टर एस भारती दासन ने रायपुर के 60 निजी अस्पतालों में कोरोना वायरस के इलाज की अनुमति दे दी है. इन सभी अस्पतालों में निगरानी के लिए बकायदा नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है.

रायपुर कलेक्टर एस भारती दासन ने आदेश जारी किया है. जिसमें राजधानी के 60 प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना से इलाज की अनुमति दी गई है. कलेक्टर ने सभी 60 निजी अस्पतालों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्ति किया है. ये अधिकारी मरीजों की शिकायत का निराकरण और निगरानी करेंगे. इसके अलावा मरीजों के रेफर, बेड की स्थिति, डेड बॉडी मूवमेंट प्लान, निजी अस्पतालों में शासन की तरफ निर्धारित की गई दर से लेने और किसी भी तरह की शिकायत का निराकरण करेंगे.

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निजी अस्पतालों में इलाज के नाम पर अक्सर मनमानी की जाती है. इलाज के बदले मरीजोंं के परिजनों से मोटी रकम तक वसूली जाती है. इस तरह की शिकायतें लगातार मिल रही थी. जबकि स्वास्थ्य विभाग ने इलाज के लिए दर निर्धारित किया है. जिसके बाद कलेक्टर ने नोडल अधिकारी नियुक्त किया है. अब सवाल ये है कि क्या नोडल अधिकारी बैठाने से मनमानी पर लगाम लगेगा ?

बता दें कि रायपुर में कोरोना ने कोहराम मचा रखा है. कोरोना वायरस से रविवार को राजधानी में 37 लोगों की मौत हुई थी. राजधानी में अकेले 2833 कोरोना मरीज सामने आए थे. वहीं पूरे प्रदेश में रविवार को कोरोना के 10 हजार 521 मरीजों की पहचान हुई थी. जबकि 82 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी.

इन निजी अस्पतालों में होगा कोराना का इलाज, नोडल अधिकारी भी नियुक्त

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