सुकमा। तेंदूपत्ता बोनस तिहार के लिए मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह आज छिंदगढ़ में हैं. उन्होंने सुकमा जिले के विकास की चर्चा और सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि सुकमा का विकास ऐसे ही नहीं हो गया, बल्कि इसके लिए जवानों ने अपनी शहादत दी है.
सीएम ने कहा कि सड़कों के निर्माण के दौरान सुरक्षा में लगे जवानों पर नक्सलियों ने हमला किया, फिर भी वे पीछे नहीं हटे. उन्होंने अपनी जान दे दी और आज भी दे रहे हैं. लेकिन सरकार नक्सलियों की करतूतों से नहीं डरेगी. बल्कि सरकार यहां विकास करती रहेगी. उन्होंने कहा कि हम यहां सड़क बनाएंगे, स्कूल बनाएंगे, पुल बनाएंगे, अस्पताल बनाएंगे. उन्होंने कहा कि जिस तरह से आज तक वहां विकास कार्य हुए हैं, आगे भी होते रहेंगे.
उन्होंने कहा कि ये जवानों का बलिदान ही है कि घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में भी आज सड़क है. उन्होंने कहा कि एक जमाना था, जब लोग यहां आने से डरते थे, लेकिन अब बेखौफ होकर सड़क मार्ग से भी यहां आ-जा रहे हैं.
बता दें कि सुकमा और बस्तर (जगदलपुर) जिलों की 34 समितियों के कुल 88 हजार 825 संग्राहकों को सीएम ने बोनस बांटा. मुख्यमंत्री ने सुकमा वन मंडल के 55 हजार 448, जगदलपुर वनमंडल के 33 हजार 377 तेन्दूपत्ता संग्राहकों को ऑनलाइन बोनस दिया. मुख्यमंत्री ने छिंदगढ़ में आयोजित बोनस तिहार में सुकमा जिले के विकास के लिए लगभग 231 करोड़ रूपए के विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास किया. इनमें से पूरे हो चुके चार निर्माण कार्यों का उनके हाथों लोकार्पण भी हुआ, जिनकी लागत 24 करोड़ 44 लाख रूपए है. डॉ. रमन सिंह ने 206 करोड़ 61 लाख रूपए के 29 नए स्वीकृत निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास भी किया.