नई दिल्ली। जनता दल यूनाइटेड के बागी नेताओं शरद यादव और अली अनवर की राज्यसभा सदस्यता रद्द कर दी गई है. उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने दोनों नेताओं को राज्यसभा के लिए अयोग्य करार दिया.
दरअसल जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरजेडी का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था, तब शरद यादव और अली अनवर ने बगावत कर दी थी. दोनों नेताओं ने पार्टी के निर्देशों का उल्लंघन कर विपक्षी दलों की पटना रैली में हिस्सा लिया था. इसके आधार पर जदयू ने राज्यसभा से उनकी सदस्यता खत्म करने की मांग की थी.
राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू जदयू ने पाया कि शरद यादव और अली अनवर ने पार्टी के निर्देशों का उल्लंघन किया है और विपक्षी पार्टियों की गतिविधियों में शामिल हुए हैं. ऐसा करके उन्होंने खुद ही अपनी सदस्यता का परित्याग कर दिया है.
अब राज्यसभा की सदस्यता खत्म होने के साथ ही शरद यादव और अली अनवर को सांसदों को मिला सरकारी आवास भी खाली करना होगा. इसके लिए उन्हें 2 से 3 महीने का समय दिया जाएगा.
गौरतलब है कि शरद यादव 2016 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे और उनका कार्यकाल 2022 तक था. अली अनवर का कार्यकाल अगले साल के शुरू में खत्म हो रहा था.