बुलंदशहर. उत्तर प्रदेश में कोरोना ने कोहराम मचा दिया है. वहीं सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत देखी जा रही है. इस बीच ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और प्रशासन के बीच विवाद बढ़ गया है.

आईएमए के जिलाध्यक्ष डॉ वीरेंद्र कुमार ने ऑक्सीजन के नोडल अफसर, सीडीओ बुलंदशहर पर आईएमए के सचिव डॉ. संजीव अग्रवाल से अभद्रता करने का आरोप लगा कर नोडल की जिम्मेदारी से हटाने की मांग की है. आईएमए जिलाध्यक्ष ने मांग पूरी नहीं होने पर 28 अप्रैल को सामूहिक बंदी की घोषणा की है. वहीं सीडीओ के मुताबिक आईएमए के सचिव वीआईपी ट्रीटमेंट के साथ घर के लिए ऑक्सीजन चाहते थे. मना किया तो सचिव ने एक सरकारी अधिकारी से अभद्रता का आरोप लगाया है.

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फिलहाल मामला सुलझा नहीं है. आईएमए की सामूहिक बंदी की घोषणा के बाद जिला प्रशासन की मुश्किल जरूर बढ़ गई है. सोमवार को भूड़ स्थित एक होटल में आईएमए की आयोजित आपात बैठक में अध्यक्ष डा. वीरेन्द्र कुमार एवं सचिव डा. संजीव अग्रवाल ने आरोप लगाया कि कोरोना महामारी में जनपद के चिकित्सकों का जिला प्रशासन सहयोग नहीं कर रहा है. ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो रही है.