पश्चिम बंगाल से बड़ी खबर आ रही है. अब तक ये कहा जा रहा था कि नंदीग्राम से ममता बनर्जी 1200 वोट से जीत गई है. लेकिन अब खबर है कि शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को हरा दिया है.

इस बार पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के लिए नाक की लड़ाई बन गया. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम विधानसभा सीट का संग्राम बेहद ही रोचक रहा है, जहां से वर्ष 16 में तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. वहीं इस बार प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को टक्कर देने उनकी ही पार्टी के पूर्व नेता शुभेंदु अधिकारी भी नंदीग्राम से मैदान में थे. कड़े मुकाबले के बाद ममता बनर्जी ने 1200 वोट से अपनी सीट बचा ली और सुवेंदु अधिकारी हार गए. अब तक की जानकारी के मुताबिक ममता बनर्जी 1953 वोट से हार गई है.

नंदीग्राम में विधानसभा सीट पर मुकाबला बेहद रोचक रहा. आखिरी राउंड तक सुवेंदु अधिकारी और ममता बनर्जी के बीच मुकाबला बेहद रोचक रहा. कभी ममता बनर्जी बढ़त बना ले रहीं थीं, तो कभी सुवेंदु अधिकारी आगे निकल जा रहे थे. आखिरकार 1200 वोटों से ममता बनर्जी ने नंदीग्राम विधानसभा से लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी कर ली है.

बंगाल में आज सुबह से ही सबकी निगाहें नंदीग्राम सीट पर लगी थीं. इसकी सबसे बड़ी वजह थी कि यहां से प्रदेश के दो सबसे कद्दावर नेता ममता बनर्जी और सुवेंदु अधिकारी आमने-सामने मैदान में उतरे हुए थे. बता दें कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में आने वाली नंदीग्राम विधानसभा सीट पर एक दशक से ज्यादा समय तक टीएमसी का कब्जा रहा है. वर्ष 2016 में नंदीग्राम में कुल 87 प्रतिशत वोट पड़े. 2016 में तृणमूल कांग्रेस से सुवेंदु अधिकारी ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के अब्दुल कबीर सेख को 81230 वोटों के मार्जिन से हराया था.

नंदीग्राम सीट पर ये उम्मीदवार थे मैदान में

नंदीग्राम सीट पर इस बार 8 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. इनमें सुवेंदु अधिकारी, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, सीपीआईएम की उम्मीदवार मीनाक्षी मुखर्जी, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) के मनोज कुमार दास और निर्दलीय उम्मीदवारों में दीपक कुमार गायेन, सुब्रत बोस, एसके सद्दाम हुसैन और स्वपन पुरुआ शामिल थे.