प्रतीक चौहान. रायपुर. राज्य सरकार जल्द ही मदिरा प्रेमियों के लिए ऑन लाइन शराब की बिक्री शुरू करने जा रही है. हालांकि राज्य सरकार के इस फैसले को लेकर बीजेपी समेत अन्य राजनीतिक पार्टियों ने सरकार पर तंज कसा है.
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लेकिन इसी बीच ऑन लाइन मदिरा बिक्री के सरकार के इस फैसले को सही ठहराते हुए एक सीनियर डॉक्टर ने इसे सही बताते हुए अपना तर्क दिया है. डॉ बिप्लब बंधोपाध्याय के मुताबिक यू तो शराब सेहत के लिए हानिकारक है. लेकिन जिन्हें शराब की लत लगी हुई है उन्हें यदि अचानक शराब मिलनी बंद हो जाएं तो खतरा है. ऐसे लोगों के काउंसिलिंग करने के बाद उनके शराब की लत को धीरे-धीरे छुड़वाने की बात डॉ बंधोपाध्याय ने कही है. (जानिए ऑनलाइन शराब मंगवाने का पूरा प्रोसेस, ये है वेबसाइट, इतने बजे तक होगी डिलीवरी…)
अचानक शराब छड़ने से होती है ये बीमारी
अचानक शराब छोड़ने से विदड्राल सिम्प्टम्स मदिरा प्रेमियों में देखे जाते है. अल्कोहल नर्वस सिस्टम पर असर डालता है. लगातार अल्कोहल लेने से शरीर का नर्वस सिस्टम इसके मुताबिक एडजस्ट कर लेता है. अल्कोहॉलिक आदमी का ब्रेन नर्वस सिस्टम को डायरेक्ट करने में ज़्यादा मेहनत करता है. जब अचानक अल्कोहल लेवल गिरता है, तो ब्रेन को इसकी आदत नहीं होती. वो पहले की ही स्थिति में होता है. ऐसे में कुछ बदलाव आते हैं शरीर में. शरीर के ये बदलाव व्यक्ति की अलग-अलग क्षमता पर निर्भर करते हैं.
डॉक्टरों के मुताबिक इन लक्षणों में घबराहट होना, हाथ कांपना, सिर दर्द होना, मितली आना या उल्टी होना, नींद न आना, खूब पसीना आना जैसी शिकायतें होती हैं. सीरियस कंडीशन में अगर आदमी को दो दिनों तक अल्कोहल न मिले, तो उसे भ्रम होने लगते हैं. कुछ भी दिख सकता है. कुछ भी सुनाई दे सकता है. अगर ये तीन से पांच दिन हो जाएं, तो ऐसी स्थिति आ सकती है, जिसे Delirium Temens (DT) कहते हैं. इसमें शरीर कांपना, कन्फ्यूजन, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट बीट बढ़ना, एंग्जाइटी, बुखार, भ्रम होते हैं. तब आदमी को इलाज की ज़रूरत होती है. इसके लिए रिहैबिलेशन करना होता है.
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