कटनी। मध्य प्रदेश में जहां कोरोना संक्रमण से मरीजो को वेंटिलेटर की जरूरत पडं रही है, वहीं प्रदेश के कटनी में पीएम केयर्स फंड से मिले दो वेंटिलेटर 7 माह बाद भी इंस्टॉल नहीं हुए हैं. लापरवाही का ये आलम कि अब तक जिला अस्पताल में मरीजों को जिस मिनी वेंटिलेटर वाई- फाई मशीन से ऑक्सीजन दी जा रही थी, वह भी अस्पताल से चोरी हो गई. जिससे अब अस्पताल प्रबंधन पर सवाल खड़े होने लगे हैं.
दरअसल जिला अस्पताल में बने कोविड वार्ड से मिनी वेंटिलेटर वाईपेप मशीन बीते दिनों चोरी हो गई है. जिससे गंभीर मरीजों के सांसों पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
ऐसे पता चली चोरी जानकारी
बता दें कि चोरी हुई मिनी वेंटिलेटर वाईपेप के जानकारी अस्पताल को तब लगी जब कोविड-19 वार्ड में मशीन की आवश्यकता पड़ी. इस दौरान स्टाफ ने मशीन को खोजने लगे. लेकिन किसी वार्ड में न मिलने पर इसकी जानकारी ड्यूटी डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधक को दी गयी.
कटघरे में अस्पताल प्रबंधन
जानकारी के मुताबिक मशीन की कीमत लगभग 30 से 40 हजार रूपए बताई जा रही है. अस्पताल में जहां सीसीटीवी लगे हुए हैं, वहीं सुरक्षा गार्डों की मुस्तैदी के बाद चोरी होने से अस्पताल प्रबंधन को कटघरे में खड़ा कर दिया है. हालांकि हालांकि अस्पताल प्रबंधन की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. वहीं पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है.