संदीप दीक्षित, गुना। जिले के एक गांव में शिकायत का निराकरण के लिए पहुंचे सरकारी कर्मचारियों को बंधक बनाकर मारपीट और लूट का सनसनीखेज मामला सामने आया है. मामला गुना जनपद पंचायत के खजूरी गांव का है, जहां सीएम हेल्पलाइन की शिकायत का निराकरण करने पहुंचे कर्मचारियों को बंधक बनाकर मारपीट की गई. टीम में शामिल जनपद पंचायत के कर्मचारियों सहित सहायक सचिव का आरोप है कि लगभग एक दर्जन ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया. इसके बाद गाली-गलौच और मारपीट भी की गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने इन सभी को मुक्त कराया और थाने लेकर पहुंची.

म्याना थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे खजूरी ग्राम पंचायत के सहायक सचिव मनोहर शर्मा ने आरोप लगाया कि वह सीएम हेल्पलाइन से संबंधित एक शिकायत का निराकरण करने के लिए गांव में पहुंचे थे. वहां मौजूद कुछ लोगों ने पहले लॉकडाउन को लेकर नाराजगी जताई और शासकीय अमले को गाली-गलौच शुरु कर दी. मौके पर मौजूद लोगों ने शराब पीने के लिए पैसे भी मांगे, मना करने पर मारपीट शुरु कर दी गई.

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पंचायत कर्मी ने बताया कि बंधक बनाते हुए उसके जेब से पर्स छीन लिया. जिसमें नगदी और कुछ जरूरी दस्तावेज रखे हुए थे. भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने लाठी और डंडे से भी मारपीट की गई. इस घटना की जानकारी किसी तरह म्याना पुलिस को मिली, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर उनकी जान बचाई. बाद में पंचायत कर्मियों ने मामले की शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुुर कर दी है.

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इनके खिलाफ दर्ज किया प्रकरण
पुलिस ने पंचायत सहायक सचिव मनोज शर्मा की शिकायत पर रामबाबू, देवेंद्र, संतोष गिर, रामकृष्ण गिर, उम्मेदपुरी, राजेश पाल, दुर्गेश सिंह, राजपाल, महेश साहू, अनिल साहू और बाबू जाटव सहित 12 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है.