संदीप शर्मा, विदिशा। इस जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को अभी भी डॉक्टरों के इलाज पर विश्वास नहीं है. आज भी लोग किसी तरह की बीमारी होने पर झाडफ़ूंक से इलाज कराते हैं. ऐसे लोग नहीं जानते है कि वे अपने जीवन के साथ से कितना बड़ा खिलवाड़ कर रहे हैं. ऐसा ही मामला सामने आया है जहां बीमार पडऩे पर लोग मंदिर में जाकर बैगा-गुनिया से इलाज करा रहे थे. इसी कड़ी में आज प्रशासन ने गुलाबगंज के ग्राम सन में जाकर ऐसे ही लोगों के यहां दबिश दी है जो झाडफ़ूंक से लोगों की बीमारी का इलाज कर रहे थे. गांव के मंदिर में मौजूद एक कैलाश नाम के गुनिया को पकड़कर गुलाबगंज पुलिस के हवाले कर दिया गया. वे दावा करता था कि उनके दिए धूप से लोगों की बीमारी दूर हो जाती है.
बता दें कि पूरे जिले में कोरोना महामारी को लेकर स्थितियां विपरीत है. अब शहरी क्षेत्रों में कोरोना से मौत के आंकड़े कम और ग्रामीण क्षेत्रों में पॉजिटिव केस ज्यादा मिल रहे हैं. गांव में लोग लगातार बीमार हो रहे हैं. करीब-करीब हर घर में बुखार से पीडि़त लोग है. इस बीच लोग डॉक्टरों से उपचार कराने के बजाए झाडफ़ूंक करवाने लग जाते हैं. पिछले दोनों जिला प्रशासन ने ऐसे ही झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ मामले दर्ज किए थे. आज ग्राम गुलाबगंज के अनेकों गांव में यह देखने में आया है कि लोग बुखार में भी झाडफ़ूंक करने वाले गुनिया (जानिया) का सहारा ले रहे थे.
ग्रामीण की मानें तो यहां लोगों को मोतीझीरा है और इसके लिए यहां के जानिया और बाहर के जाने आकर झाडफ़ूंक कर चले जाते हैं. आज जिला प्रशासन के लोग आए थे तो यहां के कैलाश नाम के जानिया को पुलिस थाने ले गई है. वहीं तहसीलदार सरोज अग्निवंशी के मुताबिक गांव में लोग मंदिर जाकर या झाडफ़ूंक करने वाले को दिखाते हैं. कुछ झाडफ़ूंक करने वाले बाहर से भी आ रहे हैं. आज ऐसे ही एक व्यक्ति को पकड़ कर गुलाबगंज टीआई के हवाले किया है.
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