हेमंत शर्मा, इंदौर। इंदौर में वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुक करने में हो रही परेशानी को लेकर लोगों ने प्रशासन से साइट के हैक होने की शिकायत की है. जबकि इसके पहले जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने कलेक्टर से साइट हैकिंग की शिकायत की थी.

वहीं cowin.gov.in की साइट हैकिंग के मामले में साइबर लॉ के एक स्टूडेंट ने मुंबई के रहने वाले हैकर की जानकारी दी है, जो साइड को हैक कर गैरकानूनी तरीके से एक्सेस कर सभी स्लॉट बुक कर रहा है. साथ ही उससे टेलीग्राम पर जुड़े लोगों को इस वैक्सीनेशन स्लॉट की जानकारी दे रहा है. हालांकि आईजी ने इस मामले को गंभीरता से लेकर पूरी जानकारी साइबर डिपार्टमेंट को फॉरवर्ड की है, जो तकनीकी तौर पर इसकी जांच कर रही है.

घंटों बाद भी नहीं हो रही बुंकिंग
बता दें कि शहर में वैक्सीन लगवाने के लिए बड़ी संख्या में युवा अपनी बारी का आने का इंतजार कर रहे हैं, वह घंटों गवर्नमेंट की साइट पर स्लॉट बुक करने के लिए बैठे रहते हैं, लेकिन साइट के खुलते ही सेकेंडों में सारे स्लॉट बुक हो जाते हैं. इस दौरान साइबर लॉ प्रोफेशनल आयुष तिवारी ने भी स्लॉट बुक करने का प्रयास किया, लेकिन कई बार बुक करने पर वे अपने नजदीकी वैक्सिन सेंटर गए, जहां उन्होंने देखा कि कई युवा टेलीग्राम पर एक ग्रुप के माध्यम से अन्य लोगों को जानकारी शेयर कर रहे हैं कि उन्हें कैसे स्लॉट बुक करना है.

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ऐसे हैकर कर रहा स्लॉट बुक
साइबर एक्सपर्ट युवक ने इस पूरे मामले की जानकारी निकाली तो पता चला कि मुंबई के रहने वाला हैकर सत्यम गोयल टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से वेब एपीआई एक्सेस के माध्यम से गवर्नमेंट की साइड में गैरकानूनी तरीके से एक्सेस कर रहा है. इस दौरान वैक्सीन स्लॉट खुलते ही सभी स्लॉट बुक कर ले रहा है. जिसकी जानकारी वह अपने निजी ग्रुप में जुड़े लोगों को स्लॉट बुकिंग दे देता है. फिलहाल पूरी ऑनलाइन प्रक्रिया साइबर प्रोफेशनल से जुड़े आयुष तिवारी ने आईजी हरिनारायण चारी मिश्रा के सामने अपने लैपटॉप पर उन्हें बताई और सारे ग्रुप चैट भी आईजी को दिए हैं.

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आईजी ने दिए जांच के आदेश
वहीं इस पूरे मामले में आईजी ने युवक द्वारा दिए गए सबूतों के आधार पर इन सभी तकनीकी डिटेल को साइबर विभाग को भेज दिया है. जिसकी सख्ती से जांच के आदेश दिए हैं. इंदौर संभाग के आईजी हरिनारायण चारी मिश्र ने कहा कि गैरकानूनी तरीके से किसी भी शासकीय या अन्य साइट को हैक करना आईटी एक्ट के प्रावधानों का उल्लंघन है. इस पूरे मामले में साइबर विभाग को जानकारी सौंपी गई है. उन्होंने कहा कि इस मामले में जानकारी जुटाई जा रही है, यदि जांच में युवक द्वारा दिए गए सबूत सही पाए जाते हैं तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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गौरतलब है कि साइट पर लोगों के घंटों इंतजार के बाद भी वैक्सीन के लिए स्लॉट बुक नहीं कर पा रहे. इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मिली तो वे खुद इसकी जांच में जुट गए. जिसके बाद टीकाकरण अधिकारी प्रवीण जड़िया ने बीती देर रात cowin.gov.in साइट खोलकर देखी तो पता चला महज कुछ ही सेकंड में स्लॉट बुक हो गए. जिसकी जानकारी उन्होंने कलेक्टर मनीष सिंह को देकर साइबर पुलिस से मामले की जांच करवाने का सुझाव दिया था.