रायपुर। छत्तीसगढ़ में टीकाकरण अभियान प्रारंभ से ही विवादों में है, लेकिन राज्य को प्राप्त टीकों का वेस्टेज राष्ट्रीय स्तर से बहुत कम है. छत्तीसगढ़ को प्राप्त टीकों की बूंद-बूंद का उपयोग दावा किया गया है. प्राप्त टीकों में वेस्टेज डोज की संख्या केवल 5039 रही. 18 प्लस में वेस्ट टीका का मात्र प्रदेश में 0.6 प्रतिशत रहा है.

एक-एक बूंद का हो रहा उपयोग

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य को 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग के लिए 7 लाख 97 हजार 110 डोज़ मिले थे, जिसमें से 6 लाख 66 हजार 101 लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं. जबकि 1 लाख 25 हजार 970 डोज़ का टीकाकरण जारी है. इस तरह इस आयु वर्ग के लिए प्राप्त टीकों में वेस्टेज डोज की संख्या केवल 5039 रही, जो कि प्राप्त टीकों का मात्र 0.6 प्रतिशत है.

राष्ट्रीय औसत से बहुत कम है वेस्टेज डोज

इसी प्रकार 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में राज्य को 68 लाख 40 हजार 210 डोज़ मिल चुकी है. इसमें से 61 लाख 67 हजार 632 डोज का उपयोग किया जा चुका है. वर्तमान में बची हुई 6 लाख 16 हजार 970 डोज से टीकाकरण किया जा रहा है. इस आयु वर्ग में वेस्टेज डोज की संख्या केवल 56 हजार 608 है, जो कि प्राप्त डोज का केवल 0.8 प्रतिशत है.

बता दें कि राष्ट्रीय स्तर पर डोज के वेस्टेज औसत 2 प्रतिशत की तुलना में छत्तीसगढ़ में दोनों आयु वर्गों में वेस्टेज का प्रतिशत बहुत ही कम है. प्राप्त टीकों में वेस्टेज डोज की संख्या केवल 5039 रही. 18 प्लस में वेस्ट टीका का मात्र प्रदेश में 0.6 प्रतिशत रहा है. छत्तीसगढ़ को प्राप्त टीकों की बूंद-बूंद का उपयोग किया गया है.

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