नई दिल्ली. कांग्रेस ने कथित ‘कोविड टूलकिट’ मामले में मंगलवार को 11 केंद्रीय मंत्रियों के ट्वीट का हवाला देते हुए माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर से आग्रह किया कि इन नेताओं को लेकर भी उसी तरह की कार्रवाई की जाए जो ‘मैनिपुलेटेड मीडिया’ (छेड़छाड़ किए हुए तथ्यों) और ‘फर्जीवाड़े’ के दूसरे मामलों में की जाती है.
सुरजेवाला ने ट्विटर प्रबंधन को भेजे पत्र में कहा कि ‘फर्जी सामाग्री को प्रसारित करने के लिए ट्विटर के मंच के दुरुपयोग करने’ और ‘मैनिपुलेटेड मीडिया’ के दूसरे मामलों में कार्रवाई का जो मापदंड अपनाया जाता है, वही इन मंत्रियों के ट्वीट के मामलों में भी अपनाया जाए. फिलहाल, इन वरिष्ठ मंत्रियों और भाजपा की तरफ से कांग्रेस के इस कदम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ट्विटर ने कथित ‘कोविड टूलकिट’ से संबंधित भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्वीट को ‘‘छेड़छाड़ किया हुआ’’ बताया था. भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस ने एक टूलकिट बनाकर कोरोना वायरस के नए स्वरूप को ”भारतीय स्वरूप” या ”मोदी स्वरूप” बताया और देश तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवि खराब करने का प्रयास किया.
हालांकि, कांग्रेस ने आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया था कि भाजपा उसे बदनाम करने के लिये फर्जी ‘टूलकिट’ का सहारा ले रही है. कांग्रेस ने भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ पुलिस में ‘जालसाजी’ का मामला भी दर्ज कराया है.
ये है 11 केंद्रीय मंत्रियों के नाम
कांग्रेस महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्रीय मंत्रियों-गिरिराज सिंह, पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, प्रह्लाद जोशी, धर्मेंद्र प्रधान, रमेश पोखरियाल निशंक, थावरचंद गहलोत, हर्षवर्धन, मुख्तार अब्बास नकवी और गजेंद्र सिंह शेखावत के ट्वीट के यूआरएल ट्विटर इंडिया के प्रबंधन को एक पत्र के माध्यम से भेजे हैं और कारवाई की मांग की है.