लखनऊ। अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से 12 लोगों की मौत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. उन्होंने आबकारी और गृह विभाग के अधिकारियों को तलब कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया. शराब अगर सरकारी ठेके से गई है तो ठेका सीज किया जाएगा. वहीं दोषियों पर एनएसए लगाए जाने के साथ दोषियों की संपत्ति जब्त कर नीलामी होगी, जिससे मिलने वाली राशि से मृतकों के परिजनों की क्षतिपूर्ति की जाएगी.

बता दें कि अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि एक को गंभीर हालत में जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. जहरीली शराब पीने से गांव करसुआ में 9 लोग और छेरत में 3 लोगों की जाने गईं हैं. मृतकों के परिजनों का कहना है कि गांव के ही ठेके से शराब खरीद कर पी थी. मरने वालों में दो करसुआ में स्थित एचपी गैस बॉटलिंग प्लांट के ड्राइवर हैं, वहीं तीन मृतक गांव के ही रहने वाले हैं.

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घटना के बाद से गांव के दो देसी शराब के ठेके को सील करा दिया गया है. घटना के बाद जांच के लिए डीएम-एसपी के अलावा एसडीएम रंजीत सिंह, जिला आबकारी अधिकारी और वन अधिकारी भी पहुंचे थे. अलीगढ़ कलेक्टर चंद्र भूषण सिंह ने कहा कि  मामले की जांच की जा रही है, जांच में जो भी निकल कर आएगा, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

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