सत्यपाल राजपूत, रायपुर। प्रदेश में छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना 2021 से लागू कर दिया गया है. स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों की ज़िम्मेदारी सरकार की है. 12वीं तक पढ़ाई के साथ छात्रवृत्ति दी जाएगी. तीन सदस्यीय कमेटी की छानबीन के बाद भी योजना के अंतर्गत इन बच्चों को फ़ायदा मिलेगा. प्रति माह कक्षा पहली से आठवीं तक 500 रुपए और 9वीं से 12वीं तक 1000 रुपए दी जाएगी. स्कूल शिक्षा विभाग के पास योजना संचालन की ज़िम्मेदारी है.

स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह काम ने कहा कि प्रदेश में छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना 2021 लागू कर दिया गया है, इसमें कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चे इस योजना का लाभ ले सकते हैं. सरकार 12वीं तक के शिक्षा के साथ इन बच्चों को छात्रवृत्ति भी देगी, जिसमें इस कक्षा 1-8वीं तक 500 रुपए और 9वीं से 12वीं तक एक हज़ार रुपए निर्धारित किया गया है.

योजना का उद्देश्य

कोरोना महामारी से मृत व्यक्तियों के बेसहारा अनाथ बच्चों को नि शुल्क स्कूली शिक्षा की उपलब्धता सुनिश्चित करना है.

कैसे लें योजना का लाभ

इस योजना का संचालन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा किया जाएगा. किसी भी स्रोत से कलेक्टर को जानकारी प्राप्त होने पर कलेक्टर जिला शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध कराएंगे. छात्र स्वयं या अभिभावक द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को सीधे आवेदन कर सकते हैं. प्राप्त आवेदन के परीक्षण के लिए जिला शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित होगी, जिसमें स्वास्थ्य विभाग एवं समाज कल्याण विभाग के एक अधिकारी रहेंगे.

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