राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से ठगी के मामले रोज सामने आ रहे हैं. ठगी करने वाले रोज नए- नए तरीकों से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. पुलिस विभाग समय- समय पर कार्रवाई के अलावा जागरूकता अभियान भी चला रहा है. बावजूद इसके पढ़े-लिखे लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं. कुछ ऐसा ही मामला राजनांदगांव में हुआ है, जिसमें आदिम जाति कल्याण विभाग के पूर्व सहायक आयुक्त द्वारिका प्रसाद लोन्हारे से 4 लाख 84 हजार की ठगी हो गई है.

पूर्व सहायक आयुक्त हुए ठगी का शिकार

मिली जानकारी के अनुसार राजनांदगांव के कुंज बिहार कालोनी में निवासरत द्वारिका प्रसाद लोन्हारे, जो आदिम जाति कल्याण विभाग राजनांदगांव में सहायक आयुक्त के पद पर नियुक्त थे. अब सेवानिवृत्त हो गए हैं. वे 12 मई को शाम 5 बजे के आसपास ठगी का शिकार हो गए. उन्हें एक एसएमएस प्राप्त हुआ था, जिसमें उनके फोन को रिचार्ज करने के लिए लिखा था, नहीं तो 24 घंटे में उनका नंबर ब्लॉक होने की जानकारी दी गई थी.

शातिर ने करीब 5 लाख रुपये किए पार

पढ़कर लोन्हारे ने दिए गये नंबर 6205187401 से संपर्क किया तो, उन्होंने बीएसएनएल के रिचार्ज साइट पर जाकर रिचार्ज करने करने के लिए बताया. जिस पर उन्होंने 10 रूपये का गूगल में सर्च कर रिचार्ज किया, जिसके बाद उनके अकाउंट से 2,76,975 आहरण कर लिए गए. स्टेट बैंक शाखा कचहरी राजनांदगांव से स्टेटमेंट प्राप्त किया, तो पता चला कि उनके अकाउंट से अज्ञात व्यक्ति के द्वारा 2,76,975 रुपये कचहरी शाखा और कृषि शाखा अनुपम नगर राजनांदगांव के खाते 2,07,499 रूपये निकाल लिया.

अज्ञात आरोपी जिसका फोन नंबर 6205187401 के द्वारा धोखाधड़ी कर कुल 4,84,474 रूपये ठगी कर ली गई है. जिसकी लिखित शिकायत लोन्हारे बसंतपुर थाने में 27 मई को की गई. शिकायत पर अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है. अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 417, 420 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है.

15 दिन बाद हुई शिकायत
मिली जानकारी के अनुसार घटना 12 मई की शाम 5:00 बजे की है, जिसमें प्रार्थी द्वारिका प्रसाद लोन्हारे से 4 लाख 84 हजार की फ्रॉड हो गई थी. जिसकी रिपोर्ट 15 दिन बाद यानी 27 मई को थाना बसंतपुर में की गई है. शिकायत देर से दर्ज कराने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है.

पढ़े- लिखे लोग हो रहे ठगी का शिकार
ठगी की खबरें, जिस तरह से सामने आ रही है, उनमें से अधिकांश लोग पढ़े- लिखे हैं. इसके पूर्व भी गंज लाइन के एक बड़े व्यापारी और वरिष्ठ नेता से ठगी हुई थी. इसके साथ ही साथ पुलिस कर्मचारी से भी लाखों रुपए की ठगी हो चुकी है. हालांकि यह कोई नई बात नहीं है कि लोगों से ठगी हो रही है, लेकिन जिस प्रकार से पढ़े- लिखे और वरिष्ठ नेताओं से फ्रॉड होना यह भी एक बड़ी बात है.

पुलिस समय – समय पर कर रही कार्रवाई 
जिले सहित राज्यभर में जिस प्रकार से फ्रॉड के मामले सामने आ रहे हैं. उसको देखते हुए पुलिस ने भी सतर्कता बनाई हुई है. फ्रॉड के बड़े- बड़े मामले का खुलासा भी किया है. समय- समय पर जागरूकता अभियान भी चला रही है.