कांकेर। छत्तीसगढ़ के सिरगेल गोलीकांड की आग शांत होने का नाम नहीं ले रही है. आदिवासी विरोध प्रदर्शन पर डटे हुए है. अब कांकेर जिले के पखांजुर थाना क्षेत्र के संगम चौक में नक्सलियों ने प्रिंटेड पर्चे फेंककर विरोध जताया है. नक्सलियों ने सिलगेर मामले में मंत्री कवासी लखमा, सांसद दीपक बैज और विधायक बिक्रम मंडावी की फोटो सहित पर्चे फेंककर इस्तीफे की मांग की है.

पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग

बस्तर में आदिवासियों के नरसंहार की घटना पर पुलिस के आला अधिकारी के. विजय कुमार, डीजीपी डीएम अवस्थी, अशोक जुनेजा, आईजी पी सुंदरराज, के एल ध्रुव, एसपी कमलोचन कश्यप को पद से बर्खास्त कर सजा देने की भी बात कही है. उत्तर बस्तर डिविजनल कमेटी माकपा (माओवादी) ने यह पर्चा फेंका है.

गढ़चिरौली मुठभेड़ की निंदा

21 मई को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में 13 माओवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया था. महाराष्ट्र पुलिस की सी-60 यूनिट और नक्‍सलियों बीच यह मुठभेड़ हुई थी. नक्सलियों ने पर्चा जारी कर इस नरसंहार की घटना की निंदा की है. इसके साथ ही भाजपा, शिवसेना, कांग्रेस सांठगांठ होकर माओवादी उन्मूलन के नाम पर कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या का विरोध जताया है.

सिलगेर फायरिंग में 3 लोगों की मौत

बता दें कि 17 मई को सिलगेर पुलिस कैंप पर नक्सलियों ने हमला किया था. इस दौरान फायरिंग में 3 लोगों की मौत हो गई थी. ग्रामीणों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. ग्रामीणों के मुताबिक पुलिस की फायरिंग में 3 लोगों की मौत हुई थी. इस गोलीबारी में 15-20 ग्रामीण घायल हुए थे, जबकि 4 लोगों की हालत नाजुक थी. पुलिस के पास 3 डेड बॉडी थे. अब इसे लेकर विवाद जारी है. इसी को लेकर जांच टीम बनाई गई है.

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