लखनऊ. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी की अंदरूनी राजनीति पर तंज कसा है. उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि नेतृत्व की आंतरिक खींचतान का असर राज्य के कामकाज पर पड़ रहा है.

अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा कि अजब है भाजपा की नीति, उप्र के मुख्यमंत्री पर उनकी मर्जी के विरुद्ध दिल्ली से भेजा एक अधिकारी थोपना व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की मर्जी के विरुद्ध एक अधिकारी को प. बंगाल से दिल्ली बुलाना. उत्तर प्रदेश में डबल इंजन से राज्य को खींचने के झूठे वादे करने वालों के बीच खींचातानी जारी है.

अखिलेश ने कहा कि चार वर्ष बाद भाजपा और सरकार में तालमेल बिठाने के लिए संगठन नेतृत्व को बैठक करनी पड़ रही है. इन बैठकों और संघ के परामर्श का एकमात्र उद्देश्य फिर सत्ता पर काबिज होना है. राज्य कोरोना के संकट से अभी उभरा भी नहीं कि भाजपा सत्ता के लिए बदहवास है.

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उन्होने कहा कि जनहित के निर्णयो में देरी के साथ तमाम विकास योजनाएं भी ठप हैं. सरकारी मशीनरी कुंठित और निष्क्रिय भूमिका में है. इलाज, दवा सभी की मारामारी से चारों तरफ हाहाकार मचा है. अपनी नाकामी छुपाने के लिए झूठी कहानियां गढ़ी जाने का दौर चल रहा हैं. भाजपा सरकार का यह कहना कि दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर का पुख्ता इंतजाम सरकार ने कर लिया है जबकि दूसरी लहर के इंतजाम ही पूरे नहीं हो पाए हैं.

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