श्याम अग्रवाल. वैसे तो छत्तीसगढ़ में शायद ही ऐसा कोई निजी अस्पताल (Hospital) हो जो आयुष्मान कार्ड से भर्ती मरीजों से अतिरिक्त किसी भी प्रकार का कोई शुल्क न लें. लेकिन शिकायत के बाद भी कार्रवाई न किए जाने के कारण है ऐसे तमाम अस्पतालों के हौसले बुलंद होते जा रहा है.

मामला खरोरा के प्राइवेट अस्पताल (Hospital) का है. खरोरा स्थित कान्हा हॉस्पिटल में एक महिला डिलीवरी कराने पहुंची वहां महिला का आपरेशन से बच्चे को जन्म दिया. 6 दिनों बाद महिला को अस्पताल से डिचार्ज करना था, तब महिला के पति से 21000 रुपयों की मांग की गई. पैसे न देने पर डिचार्ज न करने की बात अस्पताल प्रबंधन द्वारा कही गई.

जबकि महिला का पूर्ण ईलाज आयुष्मान कार्ड के तहत हुआ. जिसके हिसाब से मरीज को किसी प्रकार की राशि नहीं देनी होती है और सारा खर्चा उक्त आयुष्मान योजना के तहत सरकार वहन करती है.

पीड़ित ने इस पूरे मामले की शिकायत 104 में कॉल कर की है. अस्पताल के मैनेजर जितेन्द्र साहू  ने कहा कि ऑपरेशन के लिए आयुष्मान कार्ड से 16000 रुपये मिलते है और 16000 रुपये में डिलीवरी ऑपेरशन करना संभव नहीं. मैनेजर ने कहा कि आप खरोरा के कृष्णा अस्पताल में जाकर देख सकते है वहां तो 40,000 रुपये लेते है हम उनसे कम में ईलाज कर रहे.

वहीं मरीज के परिजन जयप्रकाश वर्मा ने कहा मुझे सिर्फ मेरे पैसों की परवाह नहीं मेरे पैसे मेरे शिकायत करने से वापस मिल जाएंगे, लेकिन जिन्हें इसकी जानकारी नहीं है उनके साथ यह अन्याय नहीं होना चाहिए. इसलिए वो उक्त अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे है.