न्यायिक संस्थानों की उत्कृष्टता को बढ़ाने राजधानी रायपुर में दो दिवसीय ईस्ट जोन रीजनल काॅफ्रेंस शुरू
छत्तीसगढ़ सहित बिहार, झारखण्ड और उड़ीसा राज्य के उच्च न्यायालयों के न्यायाधीश हुए सम्मिलित
रायपुर।राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी के तत्वाधान में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय और स्टेट न्यायिक अकादमी बिलासपुर द्वारा राजधानी रायपुर में 16 व 17 दिसंबर को दो दिवसीय ईस्ट जोन रीजनल काॅफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। ‘‘न्यायिक संस्थानों की उत्कृष्टता को बढ़ाने : अवसर एवं चुनौतियां‘‘ विषय पर आधारित इस रीजनल काॅंफ्रेंस का आयोजन राजधानी के जी.ई.रोड स्थित निजी होटल में हो रहा है। इस काॅफ्रेंस में ईस्ट जोन में शामिल छत्तीसगढ़ सहित पटना, ओडिसा और झारखण्ड उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशगण शामिल हुए है। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस थोट्टाथिल बी. राधाकृष्णन, राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी के डायरेक्टर एवं आन्ध्रप्रदेश उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस जी. रघुराम, राष्ट्रीय लाॅ कमिशन के चेयरमेन जस्टिस डाॅ. बी.एस.चैहान तथा छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एवं राज्य न्यायिक अकादमी की माॅनिटरिंग समिति के चेयरमेन जस्टिस प्रशांत मिश्रा ने दीप प्रज्जवलित कर इस रीजनल काॅन्फ्रेस का शुभारंभ किया।
छत्तीसगढ़ में तीसरी बार यह रीजनल काॅन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। इससे पहले वर्ष 2007 और 2014 में रीजनल काॅन्फ्रेंस आयोजित किया गया था। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस थोट्टाथिल बी. राधाकृष्णन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जज एक जेनेटिक गुण नही है, बल्कि यह विज्ञान, कला, इंफारमेशन और मानवीय गुणों का एक कलस्टर है। इस काॅफ्रेंस के माध्यम से सभी को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा जो गुणवत्तापूर्ण न्याय प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी के डायरेक्टर एवं आन्ध्रप्रदेश उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस जी. रघुराम ने कहा कि रीजनल काॅफ्रेंस बहुत बढ़िया अवसर है जब विभिन्न क्षेत्रों के न्यायाधीशगण अपने अनुभव, ज्ञान और बेस्ट प्रेक्टिसिस को यहां साझा करेंगे। दो दिन के इस रीजनल काॅन्फ्रेंस में छह अकादमिक सेशन आयोजित होंगे। इस काॅन्फ्रेंस में छत्तीसगढ़, पटना, ओडिसा और झारखण्ड उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशगण, राज्य के अधीनस्थ न्यायालयों के न्यायाधीशगण, राज्य सरकार के अधिकारीगण, रजिस्ट्री अधिकारी, हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के छात्रगण उपस्थित रहे।