सत्यपाल सिंह,रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस की तबाही कुछ हद तक थमी है, इसी बीच ब्लैक फंगस की आफत भी लोगों को धीरे-धीरे मौत के मुंह में धकेल रही है. मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. प्रदेश में अब तक 304 लोग ब्लैक फंगस से संक्रमित हो चुके हैं. खतरनाक बीमारी को कंट्रोल में करने और लोगों को राहत पहुंचाने के लिए अब सरकार ने अच्छी पहल की है.

ब्लैक फंगस के मरीजों को मिलेगी मदद

छत्तीसगढ़ सरकार ने ब्लैक फंगस के मरीज़ों और परिजनों के लिए राहत भरी खबर दी है. अब ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज सरकारी योजनाओं के तहत संभव है. इस बीमारी को आयुष्मान और खूबचंद बघेल योजना में शामिल किया गया है. इससे खतरनाक फंगस के मरीज़ों को बहुत हद तक राहत मिलेगी.

20 लाख रुपये तक करा सकेंगे फ्री इलाज

मामले में राज्य नोडल एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि इलाज के लिए पांच लाख रुपये का प्रावधान किया गया है. पांच लाख से ज़्यादा लागत पर CM सहायता योजना के तहत 20 लाख रुपये तक निर्धारित किया गया है. इनमें ऑपरेशन, दवा, इंजेक्शन सभी योजनाओं में शामिल है.

राज्य नोडल एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि आयुष्मान में पंजीकृत राज्य के हॉस्पिटल एडवाइजरी का पालन करते हुए इलाज कर सकते हैं. मरीज़ों को बड़ी राहत मिली है. वर्तमान में राज्य में फंगस के मरीज़ों की संख्या 304 है. जिसमें से 165 मरीजों का ऑपरेशन किया गया है. इस बीमारी से 35 मरीज ठीक भी हो चुके हैं.

राज्य नोडल एजेंसी के अधिकारी और डॉक्टर राजिम वाले ने बताया कि ब्लैक फंगस योजना में शामिल कर लिया गया है, ऑपरेशन, दवा इंजेक्शन तमाम ख़र्च समाहित किया गया है ख़ूबचंद बघेल एवं आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख का प्रावधान किया गया है. इलाज में ख़र्च ज़्यादा होने पर 20 लाख तक मुख्यमंत्री सहायता योजना से इलाज राशि लेने का प्रावधान है.

आयुष्मान से पंजीबद्ध राज्य के तमाम हॉस्पिटल ब्लैक फंगस के इलाज गाइडलाइन का पालन करते हुए हॉस्पिटल मरीज़ों का इलाज कर सकते हैं. तो वहीं एक बात स्पष्ट किया गया कि जो भी मरीज़ अपने ख़र्च से इलाज करा चुके हैं, हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो गए हैं. उन लोगों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा.

बता दें कि प्रदेश में ब्लैक फंगस से 34 मरीजों की जान जा चुकी है. जिसमें से को-मोर्बलिटी से 13 लोगों की मौत हुई है. इसके अलावा अभी भी राज्य में खतरनाक फंगस के 231 मरीजों का इलाज चल रहा है. एम्स अस्पताल में 165, मेकाहारा में 27, सेक्टर-9 में 24 के साथ बाकी अलग-अलग मेडिकल कॉलेज और प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती है. जहां मरीजों का इलाज जारी है.

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