शिवम मिश्रा,रायपुर। छत्तीसगढ़ साइबर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. दिल्ली एनसीआर से नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी की गई है. इस मामले में छग पुलिस ने 3 आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस हाईप्रोफाइल ठगी का खुलासा तब हुआ, जब रायगढ़ के अनु कुमार प्रसाद से ठगी हुई. साइबर पुलिस की 6 सदस्यीय टीम ने आरोपी नितिन रावत, अभिषेक गुप्ता और विद्यापति मिश्रा को दिल्ली से गिरफ्तार किया है.

दिल्ली एनसीआर से अबू धाबी में नौकरी का झांसा

जानकारी के मुताबिक ठगों ने खुद को साइन डॉट कॉम कंपनी और एनआर कंसलटेंसी का प्रतिनिधि होना बताया था. अनु कुमार प्रसाद को अबू धाबी (संयुक्त अरब अमीरात) स्थित यमनलार कंपनी में जीएम के पद पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया, फिर दस्तावेज वेरिफिकेशन के नाम पर साल 2014 से साल 2020 तक 81 लाख 56 हजार 925 रुपए की धोखाधड़ी की गई. अनु कुमार प्रसाद ने इसकी शिकायत विशेष पुलिस महानिदेशक से की थी.

6 सदस्यी टीम की गई गठित

अपराध की गंभीरता को देखते हुए विशेष पुलिस महानिदेशक आर.के. विज के मार्गदर्शन में वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्तव में निरीक्षक निशीथ अग्रवाल, उप निरीक्षक अपराजिता सिंह राणा, प्रधान आरक्षक संदीप झा, आरक्षक भुनेश्वर साहु, आरक्षक अभिषेक चंद्राकर समेत 6 सदस्यी टीम गठित की गई. प्रकरण के साइबर एनालिसिस से प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों का नोएडा उत्तर प्रदेश और दिल्ली से अपराध करना पाया गया. जिसके बाद गठित टीम को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भेजा गया.

पूछताछ में उगले कई राज

पुलिस ने दिल्ली में दबिश देकर 3 आरोपी को गिरफ्तार किया. पूछताछ में पता चला कि दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में फर्जी कॉल सेंटर और कंसलटेंसी कंपनी बनाकर देश भर में फर्जीवाड़ा करते हैं. अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को ठगी की राशि का 20 से 25 प्रतिशत देकर बैंक अकाउंट को किराए पर लिया जाता है. पुलिस ने आरोपियों के खाते में जमा ठगी की करीब 7 लाख रुपए बैंकों में फ्रीज करवाया है.

केरल और ओडिशा में दर्ज है मामले

पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपी के कंपनी के खिलाफ केरल और ओडिशा में वर्ष 2014 से अपराध दर्ज है. लेकिन राज्य साइबर पुलिस थाना पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी सबसे पहले की है. पुलिस ने आरोपी नितिन रावत (29 वर्ष), अभिषेक गुप्ता (24 वर्ष) और विद्यापति मिश्रा (38 वर्ष) गिरफ्तार किया है. तीनों को उत्तरप्रदेश से ट्रांजिट रिमाण्ड पर छत्तीसगढ़ ले आया गया है. न्यायिक रिमांड पर सभी को जेल दाखिल कर दिया गया है.

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