सदफ हामिद, भोपाल। मध्य प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रही आशा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने धरना स्थल पर जाने से रोक दिया है. सभी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर पुरानी जेल पहुंचा दिया है. जेल में भी आशा कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रही हैं.
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बता दें कि गिरफ्तार कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग को लेकर आशा कार्यकर्ताएं सड़कों पर बैठ गई हैं. सभी राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल के पास रोड पर बैठकर धरना दे रही हैं. जहां आशा कार्यकर्ताओं से कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और पूर्व महापौर विभा पटेल मिलने पहुंचे हैं.
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गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में जूनियर डॉक्टरों और नर्सों के बाद अब आशा उषा कार्यकर्ता हड़ताल पर हैं. 1250 के पास सैकड़ों की संख्या में आशा उषा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. आशा उषा कार्यकर्ता मानदेय बढ़ाने, नियमितीकरण सहित कई मांगों को लेकर पिछले 20 दिन से अनिश्चिकालीन हड़ताल पर हैं. सरकार को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो वे सड़कों पर इसी तरह डटे रहेंगी.
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ये हैं उनकी मांगे
- आशा सहयोगी को 30 दिन का पूरा भुगतान किया जाए.
- आशा सहयोगी का पेट्रोल भत्ता बढ़ाया जाए.
- आशा एवं सहयोगी कर्मचारी को शासकीय कर्मचारी मान्य किया जाए.
- आशा कार्यकर्ताओं के लिए प्रत्येक गांव में आरोग्य केंद्र पृथक किया जाए.
- आशा कार्यकर्ताएं 9 महीने तक गर्भवती माताओं की डिलेवरी करवाती हैं, उनका परितोषिक 600 रुपए से बढ़ा कर 1200 किया जाए
- आशा सहयोगी को 15 हजार एवं आशा कार्यकर्ताओं को 10 हजार प्रतिमाह मानदेय दिया जाए.
- शहरी आशा एवं ग्रामीण आशा कार्यकर्ताओं को समान वेतन दिया जाए.
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