रायपुर. छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और उड़ीसा के तीन हजार रोटेरियंस के संपूर्ण व्यक्तित्व निर्माण के लिए दो दिवसीय वर्चुअल डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिंग असेंबली “प्रशस्ति” हुई. प्रथम दिवस में रोटेरियन को नेतृत्व की बारीकियों से अवगत कराते हुए “स्वयं से परे सेवा” के मार्ग पर कोविड-19 जैसी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद आगे बढ़ने प्रेरित किया गया. कुमारी ईशा फाटक और टीम द्वारा ग्वारीघाट के पवित्र नर्मदा तट पर गणेश वंदना से प्रारंभ ट्रेनिंग असेंबली में निर्वाचित प्रांतपाल सुनील फाटक द्वारा असेंबली के उद्देश्य को विस्तार से समझाया गया. मुंबई से रोटरी अंतरराष्ट्रीय डायरेक्टर डॉ. भरत पंड्या ने संगठन की महत्ता को निरूपित करते हुए उपस्थित सदस्यों को सेवा के माध्यम से समाज का नेतृत्व करने के गुर सिखाए. बेंगलुरु से पूर्व प्रांतपाल डॉक्टर समीर हरियाणी ने सेवा प्रकल्पों की निरंतरता पर जोर देते हुए उन्हें कैसे लंबे समय तक समाज के लिए उपयोगी रखे इसकी बारीकियों से अवगत कराया.
“ए पिंच ऑफ सॉल्ट इन द रेसिपी काल्ड लाइफ” जैसी प्रख्यात पुस्तक के रचयिता संजय के जैन ने रोटेरियन को जीवन के गूढ़ दर्शन विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से अत्यंत ही सरल शब्दों में समझाते हुए उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया. उभरते युवा कवि इंजीनियर अमन अक्षर ने अपनी रचनाओं विशेषकर “तोड़कर कोई मानक नहीं आए हम अचानक यहां तक नहीं आए हैं ” और भगवान राम जानकी के भिन्न-भिन्न प्रसंगों को शब्दों की सुंदरता के साथ भावविभोर कर दिया.
दुसरे दिन प्रमुख वक्ता की आसंदी से बोलते हुए राज्यसभा सांसद और पूर्व प्रांतपाल विवेक कृष्ण तन्खा ने कोविड-19 वैष्विक महामारी में रोटेरियन द्वारा किए गए सेवा कार्यों को अविस्मरणीय बताते हुए पीड़ित मानवता की सेवा को सबसे बड़ा धर्म बताया. एंटी कोविड वैक्सीनेशन में रोटरी जैसी संस्थाओं की मदद लेने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस प्रकार पोलियो के समग्र उन्मूलन में रोटरी की प्रमुख भूमिका है, उसी प्रकार कोविड वेक्सीनेशन जागरूकता में भी हमारी भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है.
रोटरी अंतरराष्ट्रीय डायरेक्टर कमल सांघवी और निर्वाचित अंतरराष्ट्रीय डायरेक्टर डॉ महेश कोटबागी ने सदस्यता अभिवृद्धि के लिए रोटरी अंतरराष्ट्रीय निर्वाचित अध्यक्ष शेखर मेहता के “ईच वन ब्रिंग वन” की महत्ता को निरूपित किया तथा फाउंडेशन को मजबूती प्रदान करने सदस्यों से आग्रह किया. डायरेक्टर द्वय ने कोविड आपदा में रोटरी द्वारा 138 मिलियन डॉलर की सहायता का उल्लेख करते हुए सदस्यों द्वारा दिए गए आर्थिक योगदान को सराहा.
दो करोड़ बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने वाले संपर्क फाउंडेशन के संस्थापक विनीत नायर ने जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए उदाहरणों के माध्यम से सदस्यों को प्रेरित कर कहा कि प्रत्येक मानव यूनीक डीएनए का है जिसे कुछ ना कुछ विशेष करके समाज में योगदान देना चाहिए. द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र में ग्रांट मैनेजमेंट सेमिनार का आयोजन किया गया जिसके तकनीकी एवं व्यवहारिक पक्ष को बताने नेपाल से आरआरएफसी बासुदेव गोलियान, साउथ एशिया ऑफिस से रॉय ओमेन जॉन, रायपुर से डीआरएफसी मेजर दीपक मेहता, उड़ीसा से आरआरएफसी हरजीत सिंह हूरा, पूर्व प्रांतपाल शंभू जगतरामका, राकेश दावे, प्रकाश सारस्वत ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से रोटरी लीडर्स को समझाया. निर्वाचित प्रांतपाल सुनील फाटक ने असेंबली में भाग लेने वाले सभी सदस्यों को साधुवाद देते हुए ध्येय वाक्य “सेवा से बदलें जीवन” Serve to Change Lives” को चरितार्थ करने का आग्रह किया.
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बिजनिस सेशन के अंत में आगामी रोटरी सत्र 21-22 का पूर्व बजट डिस्ट्रिक्ट ट्रेजरार सीए राकेश खंडेलवाल द्वारा प्रस्तुत कर अनुमोदन कराया गया. संचालन पूर्व प्रांतपाल शशि वरवंडकर तथा आभार क्लब सचिव सौरभ सोनी ने किया. डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर डॉ निखलेश त्रिवेदी, होस्ट क्लब रोटरी क्लब ऑफ रायपुर कॉस्मापॉलिटन अध्यक्ष अभिषेक सरावगी, सचिव सौरभ सोनी, असेंबली चेयरमैन राहुल जैन, असेंबली सचिव रोहित जैन, रमेश अग्रवाल, संजय त्रिपाठी, दीपक खेर, पवन शादीजा, अजय गोयल, विष्णु सारदा, आशीष नथानी, आशुतोष सिंह, अभिनव अग्रवाल, सुबोध सोमानी, पराग भंडारी, पियूष सुराना, आशीष अग्रवाल, विवेक जग्गी, शेखर साहू, मनोज अग्रवाल व संबलपुर से प्रदीप लाठ, डिस्ट्रिक्ट सेक्रेटरी जनरल अखिल मिश्र का विशेष सहयोग रहा.
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