आशुतोष तिवारी, रीवा। मध्य प्रदेश में लगातार वैक्सीनेशन में गड़बड़ियां सामने आ रही है. ताजा मामला रीवा जिले से आया है. जहां एक ही परिवार के 6 लोगों को बिना वैक्सीन लगे ही टीका लगने का प्रमाण पत्र जारी हो गया. जिसके बाद परिवार वैक्सिनेशन के लिए दर-दर भटक रहा है. वहीं मामले में चिकित्सा अधिकारी ने आधार का पंजीयन करवाने से प्रमाण पत्र जारी होने की दलील दी है. साथ ही परिवार को वैक्सीन लगाए जाने का भरोसा दिया है.

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मामला जिले के भीरखाम ग्राम पंचायत भेलौडी का है. जहां 23 जून को सिद्धार्थ सिंह, फूलवती सिंह, संध्या सिंह, दयावती सिंह, काजल सिंह, मनीष कुमार सिंह के मोबाइल पर कोविसील्ड वैक्सीनेशन का प्रमाण पत्र जारी हुआ. जबकि इनको वैक्सीन लगाई ही नहीं गई है. प्रमाण पत्र के जारी हो जाने के बाद अब इन्हें वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है. जिसके बाद से यह परिवार वैक्सीन लगवाने के लिए परेशान हो रहा है.

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परिवार के सदस्यों का आरोप है कि वैक्सीन सेंटर पर यह कहकर लौटा दिया जाता है कि वैक्सीन लगाई जा चुकी है. हालांकि मामले की शिकायत के बाद प्रशासन हरकत में आया. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि वैक्सीन लगने के पहले रजिस्ट्रेशन इस परिवार का हुआ होगा. जिसमें आधार कार्ड का नंबर और मोबाइल नंबर लिया गया होगा. हो सकता है कि भीड़ की वजह से इन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई होगी और दो घंटे बाद यह सर्टिफिकेट जारी हो गया होगा. उन्होंने कहा कि इस परिवार को चिन्हित कर वैक्सीन की डोज लगाई जाएगी.

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बता दें कि प्रदेश में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. इसके पहले भी राजधानी भोपाल में किसी को वैक्सीन के पहले डोज लग चुके थे तो दूसरे डोज लगने का मैसेज आ गया. वहीं हाल ही में इंदौर में भी एक महिला और उसके पति को बिना वैक्सीन लगे ही दूसरे डोज लग जाने का मैसेज आ गया था और टीका का प्रमाण पत्र भी जारी हो गया था. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था.

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