राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्यप्रदेश मे वैक्सीनेशन महा अभियान से गदगद सरकार की एक मंत्री वैक्सीनेशन के बाद पीएम फंड में 500 रुपए दान की बात कर रही है। सरकार ने 1 दिन में रिकॉर्ड वैक्सीनेशन पर खूब वाहवाही भी बटोरी है। माहौल ऐसा है कि मध्य प्रदेश कोरोना से जंग जीतने की कगार पर है। लेकिन आप मध्य प्रदेश में वैक्सीनेशन के आंकड़े देखेंगे तो चौक जाएंगे। प्रदेश की साढ़े 7 करोड़ से ज्यादा आबादी में फिलहाल 18 वर्ष से अधिक उम्र वालों को वैक्सीन लगाया जाना है। उन्हें 11 करोड से ज्यादा तो डोसेज़ की जरूरत होगी, सरकार के आंकड़े बताते हैं कि अब तक करीब 2 करोड़ डोज़ ही लगाए जा सके हैं।

इसे भी पढ़ें ः काटजू अस्पताल को निजी संस्था को सौंपने पर उठ रहे सवाल, सीएम शिवराज ने दी ये सफाई

मध्य प्रदेश को एक दिन में सबसे अधिक वैक्सीन लगाने का तमगा मिल चुका हो। पहले चरण की सफलता के बाद अब दूसरे चरण का महावैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा हो। लेकिन प्रदेश में अभी 8 करोड़ 88 लाख डोज लगना बाकी है। 18+ के हिसाब से मध्य प्रदेश के करीब साढ़े पांच करोड़ लोगों को ग्यारह करोड़ डोज लगना है। प्रदेश में ग्यारह करोड़ में से अब तक कुल दो करोड़ 12 लाख 85 हजार 815 पहले और दूसरे चरण के टीके लग सके हैं। यानी अभी आठ करोड़ 88 लाख डोल लगना बाकी हैं। प्रतिशत में देखा जाए तो अब तक वैक्सीनेशन सिर्फ 19.35 प्रतिशत हो सका है। यानी प्रदेश में अभी 82.65 प्रतिशत वैक्सीनेशन होना बाकी है।

इसे भी पढ़ें ः व्यापारियों से वसूली करने वाले 9 बदमाशों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, रासुका के तहत की कार्रवाई

अब पहले टीके की बात की जाए तो एक करोड़ 87 लाख 42 हजार 446 लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। लेकिन दूसरे टीके की बात की जाए तो सिर्फ 25 लाख 43 हजार 369 लोगों को ही वैक्सीन लगी है। यानी दूसरे चरण का टीका सिर्फ 4.62 प्रतिशत लोगों को लग सका है। ये आंकड़े प्रदेश में चल रहे वैक्सीनेशन अभियान की पोल खोल देते हैं। अभी वैक्सीनेशन अभियान में आगे भी गति आने की कोई खास उम्मीद नहीं है क्योंकि प्रदेश में वैक्सीन का स्टाॅक भी खत्म हो गया है। मध्य प्रदेश हर दिन 16 लाख वैक्सीन लगाने की क्षमता रखता है। लेकिन वैक्सीन की कमी होने से हर दिन औसत चार से पांच लाख वैक्सीन ही लग पा रही हैं। उपर से सप्ताह में सिर्फ चार दिन ही वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे में टोटल वैक्सीनेशन को 25 प्रतिशत के सूचनांक तक पहंुचने में ही अभी वक्त लगेगा।

इसे भी पढ़ें ः इस स्कूल की मान्यता हो सकती है रद्द, लोक शिक्षण संचालनालय ने भेजा नोटिस, यह है मामला